ख़बरिस्तान नेटवर्क : चंडीगढ़ के डीजीपी सुरेंद्र सिंह यादव ने पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त लहज़े में चेतावनी दी है। उन्होंने कुछ इंस्पेक्टर खुद को खानदानी एसएचओ समझ रहे हैं और अपने बेटों को शराब का ठेकेदार बना रहा हैं जबकि उन्हें खुद काम करना नहीं आता है। सुधर जाओ, वर्ना मैं ऐसा सुधार करके जाऊंगा कि सालों तक याद रखूंगा।
किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा
डीजीपी सुरेंद्र यादव ने दो टूक शब्दों में कहा कि अब सुधर जाओ, कब तक माफ करता रहूंगा। तीन इंस्पेक्टरों को एक-एक मौका दिया गया था पर वह फिर भी नहीं समझे। फिर से वह अपने गलत कामों में पड़ गए। इन इंस्पेक्टरों पर लगातार नजर रखी जा रही है और अगर अगली बार फंसे तो किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
पुलिस पर किसी का भी ध्यान नहीं
उन्होंने आगे कहा कि हमने चंडीगढ़ से नशा पूरी तरह से खत्म करना है। पर एक इंस्पेक्टर ऐसा है जो नशा तस्करों से पैसा लेकर उसे छोड़ देता है और अगर कोई उसे पैसा नहीं देता तो उसके खिलाफ मामला दर्ज कर देता है। उस इंस्पेक्टर की पूरी रिपोर्ट मेरे पास है। कोई इंस्पेक्टर प्रॉपर्टी डीलर बना हुआ है, कोई ब्याज देने में लगा हुआ है। पुलिस पर किसी का ध्यान ही नहीं है।
ऐसा सुधार करूंगा कि सालों तक याद रखा जाएगा
डीजीपी ने सख्त लहज़ा अपनाते हुए कहा कि सेक्टर-22 और सेक्टर-56 की पुलिस चौकियां बिना इंचार्ज के चल रही हैं। इसके अलावा सेक्टर-24 चौकी इंचार्ज सुरेंद्र कुमार बीमार होने के कारण छुट्टी पर हैं। अब तो कांस्टेबल भी ब्याज देने में लग गए हैं। कुछ ही सालों में नौकरी में घर-मकान ले लिए हैं। ऐसे पुलिसकर्मियों की भी एक लिस्ट तैयार की जा रही है। जल्द ही उन पर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने आगे कहा कि चंडीगढ़ पुलिस में ऐसा सुधार करके जाएंगे, जिसे आने वाले सालों तक याद रखा जाएगा। उन्होंने सभी पुलिसकर्मियों को साफ संदेश दिया कि या तो पुलिसिंग सही तरीके से करें, वर्ना कार्रवाई के लिए तैयार रहें।