पराली जलाने के मामले को लेकर पंजाब के चीफ सेक्रेटरी ने 9 जिलों के डीसी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। वहीं डीजीपी गौरव यादव ने भी इस मामले पर सख्त कदम उठाते हुए 11 जिलों के SSP को नोटिस भेजा है। ये नोटिस उन जिलों के डीसी और SSP को मिला है जहां पराली जलाने के सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं।
इन जिलों के SSP को नोटिस
डीजीपी गौरव यादव ने बरनाला, बठिंडा, फरीदकोट, फाजिल्का, लुधियाना, मोगा, श्रीमुक्तसर साहिब, जगराओं और खन्ना के SSP को नोटिस भेजा है। इस नोटिस में पराली जलाने के मामले को लेकर जवाब मांगा गया है।
सुप्रीम कोर्ट ने जताई है सख्ती
आपको बता दें कि पंजाब में सख्ती के बावजूद भी पराली जलाने के मामले एक दिन में 1150 आए हैं। इस सीजन में अब तक 33 हजार से ज्यादा मामले आ चुके हैं। पराली जलाने पर नजर रखने के लिए राज्य के साथ साथ केंद्र की भी कुल 600 से ज्यादा फ्लाइंग स्क्वाड टीमें नजर रख रही है। अब तक 6 हजार किसानों पर जुर्माना भी लगाया गया है।
किसानों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई जारी
शुक्रवार (17 नवंबर) को 1150 मामलों में मोगा में सबसे ज्यादा 225 केस सामने आए हैं। इसके बाद बरनाला में 117, फिरोजपुर में 114, संगरूर में 110, बठिंडा में 109 और फरीदकोट में 101 मामले सामने आए। किसानों के खिलाफ धारा 188 के तहत पुलिस कार्रवाई भी की जा रही और 576 की जमीन में रेड एंट्री तक करवाई गई है।
डीजीपी ने रेड अलर्ट भी किया है जारी
पराली जलाने के रोक पर सभी जिलों में रेड अलर्ट भी जारी किया गया है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों को बनाए रखने के लिए पंजाब डीजीपी गौरव यादव ने स्पैशल डीजीपी (कानून-व्यवस्था) अर्पित शुक्ला को नियुक्त किया है।