18 जनवरी को स्थगित हुए चंडीगढ़ नगर निगम मेयर का चुनाव मंगलवार को होने जा रहा है। चुनाव अधिकारी के अचानक बीमार होने के कारण चुनाव नहीं हो पाए थे। जिसका आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने जमकर विरोध किया था। उन्होंने भाजपा पर जानबूझ कर चुनाव को टालने का आरोप भी लगाया था।ॉ
आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट से उसी दिन नया चुनाव अधिकारी लगाकर चुनाव करवाने की अपील की थी। लेकिन हाईकोर्ट ने 24 जनवरी को केस की सुनवाई के दौरान चुनाव 30 जनवरी को तय किए थे। बता दें कि नगर निगम चुनाव के लिए चंडीगढ़ में आप और कांग्रेस ने पहली बार गठबंधन किया है।
बता दें कि चंडीगढ़ नगर निगम में 35 सीट हैं। जिसमें भाजपा के 14 पार्षद हैं। पार्टी में एक पदेन सदस्य सांसद भी होता है, जिसके पास मतदान का अधिकार होता है। आप के 13 और कांग्रेस के 7 पार्षद हैं। सदन में शिरोमणि अकाली दल का एक पार्षद है।
जानें क्या है पूरा मामला
18 जनवरी को स्थगित हुए थे चुनाव
आपको बता दें कि 18 जनवरी को चंडीगढ़ मेयर के चुनाव होने थे। पर जिला प्रशासन के अधिकारियों के बीमार होने की वजह से चुनाव को स्थगित करना पड़ा। जिसका कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने मिलकर विरोध किया। इसके बाद आम आदमी पार्टी के पार्षद और गठबंधन के मेयर प्रत्याशी कुलदीप टीटा की तरफ से दाखिल की गई हैं। आम आदमी पार्टी चाहती है कि चुनाव जल्द कराए जाएं।
प्रशासन ने 6 फरवरी को चुनाव रखे
चुनाव स्थगित होने के बाद प्रशासन ने 6 फरवरी को चुनाव की तारीख तय की। प्रशासन के इस फैसले का कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने विरोध किया और सड़कों पर प्रदर्शन भी किया। कांग्रेस और आप ने भाजपा पर धक्केशाही के लोग लगाए।
हाईकोर्ट ने कहा- चुनाव की तारीख बताओ वर्ना हम तय करेंगे
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की तरफ से पिछली सुनवाई के दौरान चंडीगढ़ प्रशासन को दो टूक कहा था कि आप चुनाव की तारीख बताओ वर्ना हम तय करेंगे। क्योंकि 6 फरवरी काफी लंबी तारीख है। इससे पहले चुनाव कराए जाने चाहिए। 6 फरवरी का लंबा समय है। 26 जनवरी के बाद कभी भी चुनाव की तारीख तय कर देनी चाहिए।