पंजाब सरकार महिलाओं के स्वास्थ्य, स्वच्छता और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता शिविरों की श्रृंखला की शुरुआत 2 दिसंबर से मलोट, जिला श्री मुक्तसर साहिब से करेगी। इस बात की जानकारी आज पंजाब भवन, चंडीगढ़ में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पंजाब की सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने दी।
डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के मौके पर 3 दिसंबर को फरीदकोट में राज्य स्तरीय समागम किया जाएगा और इस मौके पर दिव्यांग व्यक्तियों के कल्याण के लिए काम करने वाले व्यक्तियों व संस्थाओं को सम्मानित किया जाएगा।
कैबिनेट मंत्री ने राज्य सरकार की महिलाओं और लड़कियों के सशक्तिकरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रकट करते हुए कहा कि इन कैंपों का उद्देश्य महिलाओं की आवश्यक स्वास्थ्य जांच कराना और अलग अलग स्वास्थ्य मुद्दों पर जागरूकता फैलाना है। उन्होंने कहा कि यह पहल महिलाओं की सुरक्षा और रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए तैयार की गई अलग अलग योजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से उन्हें सशक्त करने की सरकार की व्यापक रणनीति का हिस्सा है।
हेल्पलाइन 181 को मजबूत किया जाएगा
उन्होंने बताया कि कैंपों में जिला अस्पतालों की विशेषज्ञ टीमों द्वारा मुफ्त स्वास्थ्य जांच की जाएगी। इस दौरान स्तन कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, ओरल कैंसर, रक्तचाप, शुगर टेस्ट और एनीमिया की जांच की जाएगी। जरूरतमंद महिलाओं को आवश्यक दवाइयां भी दी जाएंगी। इन कैंपों में महिलाओं को महत्वपूर्ण स्वास्थ्य विषयों जैसे गर्भनिरोधक उपाय, परिवार नियोजन, मूत्र संक्रमण (यूटीआई), माहवारी स्वच्छता और किशोरावस्था स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाएगा।
हेल्पलाइन 181 को मजबूत किया जाएगा
मंत्री ने बताया कि यह कैंप रोजगार सृजन विभाग, कौशल विकास विभाग, आयुर्वेदिक विभाग, ग्रामीण विकास विभाग और स्थानीय निकाय विभाग के सहयोग से आयोजित किए जाएंगे। कैंपों में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, वन स्टॉप सेंटर स्कीम, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, पोषण, बच्चों से संबंधित योजनाएं, 181 महिला हेल्पलाइन और पेंशन योजनाओं की जानकारी देने के लिए स्टॉल लगाए जाएंगे और फॉर्म भरे जाएंगे।
2 दिसंबर को होगी महिलाओं के लिए जागरूकता शिविरों की शुरुआत
डॉ. बलजीत कौर ने महिलाओं को समय पर स्वास्थ्य जांच कराने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि पंजाब सरकार महिलाओं और लड़कियों के सशक्तिकरण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि राज्य भर में जिला स्तर पर शिविर आयोजित किए जा रहे हैं, जिनकी शुरुआत 2 दिसंबर को श्री मुक्तसर साहिब से होगी। इसी प्रकार, 4 दिसंबर को अमृतसर, 5 दिसंबर को बरनाला, 9 दिसंबर को बठिंडा, 10 दिसंबर को फरीदकोट, 11 दिसंबर को श्री फतेहगढ़ साहिब, 12 दिसंबर को फाजिल्का, 13 दिसंबर को फिरोजपुर, 14 दिसंबर को गुरदासपुर, 18 दिसंबर को होशियारपुर, 19 दिसंबर को जालंधर, 20 दिसंबर को कपूरथला, 24 दिसंबर को लुधियाना, 2 जनवरी 2025 को मालेरकोटला, 3 जनवरी को मानसा, 7 जनवरी को मोगा, 8 जनवरी को पठानकोट, 9 जनवरी को पटियाला, 14 जनवरी को रूपनगर, 15 जनवरी को संगरूर, 16 जनवरी को एसएएस नगर, 17 जनवरी को एसबीएस नगर और 18 जनवरी को तरनतारन में शिविर लगाए जाएंगे।
विजेता को 10,000 नकद पुरस्कार और प्रमाण पत्र दिया जाएगा
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि 3 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर फरीदकोट में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में कुल 9 व्यक्तियों और 4 संस्थाओं को चार श्रेणियों - सर्वश्रेष्ठ कर्मचारी, सर्वश्रेष्ठ रोजगारदाता, सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी और सर्वश्रेष्ठ संस्था या दिव्यांगजन के कल्याण के लिए - सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की ओर से हर पुरस्कार विजेता को 10,000 रुपए नकद पुरस्कार और प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि अलग अलग पहल के माध्यम से दिव्यांगजनों के समग्र विकास को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार वचनबद्ध है। उन्होंने बताया कि नेत्रहीन व्यक्तियों के सहायक के लिए मुफ्त यात्रा सुविधा संबंधी अधिसूचना जल्द ही जारी की जाएगी। पंजाब रोडवेज और पीआरटीसी बसों में दिव्यांगजनों को किराए में 50 प्रतिशत छूट दी गई है। वर्ष 2023-24 में 2.19 करोड़ रुपए की लागत से 7.5 लाख से अधिक दिव्यांगजनों को लाभ पहुंचाया गया है। चालू वित्त वर्ष 2024-25 में राज्य पेंशन योजना के तहत 2,65,694 दिव्यांगजनों को 278.17 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता दी गई। बच्चों की शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए 12,607 दिव्यांगजनों को वजीफा के रूप में 3.37 करोड़ रुपए वितरित किए गए।
उन्होंने कहा कि स्पॉन्सरशिप स्कीम के तहत, बाल मजदूरी और हिंसा का मुकाबला करने के उद्देश्य से 100 प्रतिशत दिव्यांगजनों के परिवारों के स्कूल जाने वाले बच्चों को 4,000 रुपए प्रति माह वजीफा दिया जाता है।
इसके अलावा पंजाब सरकार ने सिप्डा योजना के तहत दिव्यांगजनों के लिए 144 सरकारी इमारतों में पहुंच को सुगम बनाने के लिए 23.16 करोड़ रुपए जारी किए हैं। राज्य के विभिन्न विभागों में दिव्यांगजनों के लिए रिक्त पदों को भरने के लिए एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत सीधी भर्ती के लिए 1,754 पद और पदोन्नति के लिए 556 पदों की पहचान की गई है।
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि लुधियाना में टीसीटीवीएच केंद्र को नेत्रहीन व्यक्तियों को विशेष शिक्षा प्रदान करने के लिए मंजूरी दी गई है। इसके अलावा, लुधियाना के नेत्रहीन स्कूल को अपग्रेड करने के लिए 1.67 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया गया है।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार बच्चों, महिलाओं, बुजुर्गों और दिव्यांगजनों के कल्याण और उनके योगदान को मान्यता देते हुए उन्हें सशक्त बनाने के मिशन पर काम कर रही है।