ख़बरिस्तान नेटवर्क : पंजाब सरकार ने हरियाणा को बड़ा झटका दिया है। सरकार ने भाखड़ा नहर से हरियाणा को मिलने वाले साढ़े 9 हजार क्यूसिक पानी को कम कर 4 हजार क्यूसिक कर दिया है। पंजाब सरकार के इस फैसले से हरियाणा में पानी की समस्या पैदा हो सकती है।
सिंचाई और पीने का पानी की बढ़ेगी समस्या
पंजाब सरकार के इस फैसले से हरियाणा में आने वाले दिनों में सिंचाई और पीने वाली पानी की समस्या देखने को मिल सकती है। अगले महीने 20 की तक इसका असर दिखाई देगा। भगवंत मान सरकार ने 15 दिन पहले भाखड़ा नहर से मिलने वाले पानी में कटौती की है।
हरियाणा सीएम ने फैसले पर जताई आपत्ति
पंजाब सरकार के इस फैसले पर हरियाणा के सीएम नायब सैनी ने अपनी कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने इस मामले में सीएम भगंवत मान से बात भी की है। रिपोर्ट के मुताबिक बातचीत में उन्होंने सीएम मान के फैसले को गलत बताया है और कहा कि शर्तों के मुताबिक हरियाणा को 9 हजार क्यूसिक पानी दिया जाना चाहिए।
केंद्र सरकार हरियाणा को पानी देने पर दबाव बना रही
वहीं इस मामले पर सीएम भगवंत मान ने कहा कि केंद्र सरकार हरियाणा को पानी देने के लिए दबाव बना रही है। जबकि समझौते के तहत हरियाणा अपने हिस्से के पानी का इस्तेमाल कर चुका है। अगर भाजपा को हरियाणा को पानी देना है तो वह पाकिस्तान को रोके जाने वाले पानी से हमारे डैम भर दे, हम वह पानी आगे दे देंगे। लेकिन हमारे पास हरियाणा को पानी देने के लिए बूंद भी नहीं है।