ख़बरिस्तान नेटवर्क : जैसे-जैसे लुधियाना उपचुनाव की तारीख सामने आ रही है, वैसे ही राजनीति गर्माना शुरू हो गई है। बीते दिन ही SSP जगतप्रीत सिंह भारत भूषण आशू को समन भेजा था। जिसके बाद पंजाब सरकार ने उन्हें सस्पेंड कर दिया था। आरोप लगे कि आशू के SSP के साथ संबंध थे। अब इस मामले पर आशू ने अपनी चुप्पी तोड़ी है।
मेरी SSP के साथ कोई मुलाकात नहीं हुई
आशू ने कहा कि मेरी SSP के साथ कोई मुलाकात नहीं हुई है, साबित कर दे कि मैंने उसके साथ मुलाकात की है। मैं जांच से भागने वालों में से नहीं हूं, मैं हमेशा जांच के लिए तैयार हूं। मुझे कल रात से ही पकड़ने के लिए ड्रामा रचा जा रहा है। मैंने हमेशा से मजबूती से लड़ाई लड़ी है और आगे भी लड़ता रहूंगा।
मुलाकात की आई थी खबरें
बता दें कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक SSP जगतप्रीत सिंह और आशू एक-दूसरे के संपर्क में थे और बातचीत होती रहती थी। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच काफी पुराने संबंध हैं और आशू ने उन्हें डीएसपी के पद पर नियुक्त करवाया था। लुधियाना उपचुनाव की घोषणा के बाद SSP और जगतप्रीत सिंह के बीच एक गुप्त मुलाकात भी हुई थी। समन के बहाने आशू चुनाव में सहानुभूति हासिल करना चाहते थे।
19 जून को होगा चुनाव
आपको बता दें कि 19 जून को लुधियाना वेस्ट की सीट पर चुनाव होगा। इस चुनाव के लिए आप ने संजीव अरोड़ा, कांग्रेस ने भारत भूषण आशू, अकाली दल ने एडवोकेट परउपकार सिंह और भाजपा ने जीवन गुप्ता को मैदान पर उतारा है। चुनाव के नतीजे 23 जून को सामने आएंगे।
विधायक की मौत के बाद खाली थी सीट
आपको बता दें कि लुधियाना हलका पश्चिम के विधायक गुरप्रीत बस्सी गोगी की मौत के बाद से यह सीट खाली ही है। कांग्रेस आम आदमी पार्टी और बीजेपी लंबे समय से यहां अपनी ताकत दिखा रही है। वहीं क्षेत्र की जनता को काफी समय से उपचुनाव का इंतजार था।