बठिंडा के विक्रम सिंह को द चीफ एयर स्टॉफ ट्राफी से नवाजा गया है। विक्रम नेशनल डिफेंस अकादमी (NDA) की तीन साल की परीक्षा के बाद कैडट सारजेंट मेजर बनकर निकले हैं। एक साल बाद आर्मी ऑफिसर की वर्दी में इंडियन मिलिट्री (IMA) देहरादून से पास आउट होंगे।
बठिंडा में ही पढ़े लिखे
विक्रम ने बताया कि उनकी स्कूलिंग बठिंडा के डीपीएस में हुई। पिता संदीप सिंह रिफाइनरी में काम करते थे। एक प्रोग्राम के दौरान आर्मी करनल मेहमान के तौर पर पहुंचे। उनके पहनावे चलने व बोलने के तरीके से काफी प्रभावित हुआ। विक्रम के पिता संदीप बताते हैं कि उस दिन विक्रम काफी समय अकेले ही उनके पास बैठा रहा।
आर्मी करनल को देख NDA का हुआ मन
संदीप सिंह ने बताया कि जब विक्रम का मन आर्मी जॉइन करने की और बढ़ गया। इसके बाद विक्रम पीछे नहीं हटा। साल 2000 में विक्रम ने NDA के 144 वें बैच के लिए परीक्षा दी। लेकिन वह उसमें चूक गए। जिसके बाद 145 वें बैच की परीक्षा में विक्रम ने 67वां ऑल इंडिया रैंक प्राप्त किया।
विक्रम ने बताया कि NDA क्लीयर करने के बाद उन्होंने आर्ट्स का चुना और पूणे के NDA खडकवासला में उनकी तीन साल पढ़ाई चली। अब वह IMA देहरादून जाएंगे, जहां एक साल उनकी ट्रेनिंग होगी।