BJP Second List of Haryana Assembly Election 2024 : हरियाणा असेंबली चुनाव के लिए बीजेपी ने पहलवान विनेश फोगाट के सामने जुलाना सीट पर कैप्टन योगेश बैरागी को उतारा है। पार्टी ने आज अपनी दूसरी सूची जारी कर दी है। इस सूची में कुल 21 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। नाम सामने आने के साथ ही सोशल मीडिया पर बैरागी के बारे में जानने के लिए सर्च की बाढ़ आ गई है। लोग जानना चाह रहे हैं कि बीजेपी को योगेश बैरागी मे ऐसा क्या नजर आया कि उन्हें विनेश के सामने उतारने का जोखिम उठा लिया।
जुलाना सीट पर विनेश के सामने ठोंकेंगे ताल
BJP की दूसरी लिस्ट में सबसे हाई प्रोफाइल नाम कैप्टन योगेश बैरागी का है। कैप्टन बैरागी (35) हरियाणा के सफीदो जिले के रहने वाले हैं। वे राजनीति में आने से पहले एयर इंडिया में पायलट रह चुके हैं। वे फिलहाल हरियाणा भाजयुमो के उपाध्यक्ष और भाजपा खेल प्रकोष्ठ (हरियाणा) के सह-संयोजक हैं। उनकी गिनती पार्टी में उभर रहे हरियाणा के युवा नेताओं में होती है। उनकी पहचान जमीनी स्तर पर काम करने वाले नेताओं में होती है।
जमीनी स्तर पर काम करने वाले नेता की पहचान
एयर इंडिया में पायलट रहने के दौरान कैप्टन बैरागी ने वंदे भारत मिशन में सक्रियता से भाग लिया था। सरकार ने यह ऑपरेशन कोरोना काल के दौरान विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस स्वदेश लाने के लिए चलाया था। इसके साथ ही चेन्नई में आई बाढ़ के दौरान सरकार के निर्देश पर चलाए गए बाढ़-राहत अभियान में उन्होंने पायलट जिम्मेदारियां निभाई थीं। पीएम मोदी के कामकाज और बीजेपी की विचारधारा से प्रभावित होने के बाद जॉब छोड़कर राजनीति में आने का मन बनाया।
दूसरी लिस्ट में इन 6 विधायकों के काटे टिकट
एंटी इनकंबेंसी से बचने के लिए बीजेपी ने अपनी दूसरी लिस्ट में 6 मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए हैं। जिन विधायकों पर पार्टी की गाज गिरी है, उनके नाम जगदीश नायर, सीमा त्रिखा, प्रवीण डागर, निर्मल रानी, मोहन बड़ौली और सत्यप्रकाश हैं। इनकी जगह नए चेहरों पर दांव लगाया गया है। पार्टी ने पहली लिस्ट में 66 और दूसरी लिस्ट में 21 प्रत्याशियों को टिकट दिया है। इस तरह पार्टी अब तक 87 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर चुकी है।
5 अक्टूबर को वोटिंग, 8 अक्टूबर को मतगणना
हरियाणा असेंबली में कुल 90 सीटें हैं। इनके लिए राज्य में 5 अक्टूबर को वोटिंग होगी जबकि 8 अक्टूबर को मतगणना की जाएगी। राज्य में पिछले 10 साल से बीजेपी की सरकार है, जबकि कांग्रेस अपनी वापसी की बाट जोह रही है। कांग्रेस को उम्मीद है कि सरकार के प्रति कथित तौर पर नाराजगी की वजह से उसे इस बार लोगों का भरपूर साथ मिलेगा। पार्टी को जाटों और मुस्लिमों के भी फेवर में लामबंद होने की उम्मीद है। अब देखने वाली बात होगी कि उम्मीद पूरी हो पाएगी।