लेबनान की राजधानी बेरूत में दूसरी बार धमाके हुए। पेजर के बाद इस बार ब्लास्ट के लिए वॉकी-टॉकी का इस्तेमाल किया गया है। जिसमें कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई और 250 से ज्यादा लोग घयाल हो गए है। बताया जा रहा कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। ऐसे में अब तक 32 लोगों की जान चली गई है।
वॉकी-टॉकी विस्फोट में घर, कारें, बाइक और सोलर सिस्टम भी फटने लगे। अब सब के बाद सवाल यही है कि लेबनान में आखिर हो क्या रहा है। कैसे अचानक से ये सब होने लगा। बता दें कि 17 सितंबर को एक के बाद एक सैकड़ों पेजरों में धमाके हुए। जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई और 3000 लोग बुरी तरह से घायल हो गए।
हिजबुल्लाह ने बताया इसके पीछे इजराइज
लेबनान में ईरान के समर्थन वाले संगठन हिजबुल्लाह के लड़ाके एक-दूसरे से बातचीत के लिए पेजर और वॉकी-टॉकी का इस्तेमाल करते हैं। हिजबुल्लाह ने इन हमलों के पीछे इजराइल का हाथ बताया है। उधर, इस मामले पर यूएन सुरक्षा परिषद ने शुक्रवार को इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है।
5 महीने पहले खरीदे थे वॉकी-टॉकी
जानकारी के मुताबिक, ये वाकी टॉकी 5 महीने पहले खरीदे गए थे। बताया जा रहा है कि पेजर भी करीब-करीब तभी खरीदे गए थे। रिपोर्ट के मुताबिक, जैसे ही धमाके हुए, हिजबुल्लाह के दूसरे सदस्य वॉकी टॉकी से बैटरियां निकालकर फेंकने लगे। लेबनानी मीडिया के मुताबिक, घरों में लगे सौलर सिस्टम में भी विस्फोट हुए हैं।
ईरान ने इजराइल को पलटवार की धमकी दी
ईरान ने कहा है कि वह लेबनान में घायल हुए राजदूत मोजतबा अमानी का बदला लेगा। ईरानी मिशन ने संयुक्त राष्ट्र में बुधवार को कहा कि उसके पास इस तरह के अपराधों का जवाब देने के लिए जरूरी कदम उठाने का अधिकार है। लेबनान में मंगलवार को हुए पेजर धमाके में ईरान के राजदूत घायल हो गए थे।
NYT के मुताबिक इस हमले में मोजतबा की एक आंख खराब हो गई और दूसरी आंख में भी चोट लगी है। हालांकि बाद में ईरान ने दावा किया था कि उसके राजदूत घायल हुए हैं मगर उनकी आंख को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।