शंभू बॉर्डर पर डटे किसानों ने आज संसद पहुंचकर नेता विपक्ष राहुल गांधी से बैठक की। इस दौरान किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि जो हम न्यूतम समर्थन मुल्य(MSP) की कानूनी गारंटी बनाना चाहते है उस पर लंबी चर्चा हुई है।
कांग्रेस पार्टी और इंडिया गठजोड़ की पार्टियों ने विश्वास दिलवाया है कि जो भी खेत मजदूर के मुद्दे है वह देश की पार्लियमेंट में उठाएंगे और ज्यादा महत्वता देकर उसे पूरा करवाने की कोशिश करेंगे।
हरियाणा में हुए अत्यायाचार की स्वतंत्र रूप से जांच हो
वहीं किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि हमारी कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से बैठक में ये भी बात हुई है कि जिस तरह हरियाणा सरकार ने शंभू और खन्नोरी बॉर्डर पर किसानों पर अत्यायाचार किया है आंसू गैस के गोले दागे है। जिसमें एक नौजवान किसान की मौत भी हो गई थी। संसद में यह बात रखेंगे ताकि स्वतंत्र रूप से जांच हो पाए।
सरकार पर दवाब बनाएंगे- राहुल
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो में MSP की कानूनी गारंटी देने की बात कही थी। हमने आकलन किया है, ये बिल्कुल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन के नेताओं से इस पर चर्चा करेंगे। सरकार पर MSP की कानूनी गारंटी के लिए दबाव बनाने की भी कोशिश करेंगे।
आपको बता दें कि किसानों ने दिल्ली में 15 अगस्त को ट्रैक्टर मार्च निकालने का फैसला लिया है।
फरवरी से चल रहा संघर्ष
पंजाब के किसान फसलों के MSP को लेकर फरवरी-2024 से संघर्ष पर हैं। ऐसे में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हरियाणा सरकार ने हरियाणा और पंजाब के शंभू बॉर्डर को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया था। इसके बाद लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो गई। ऐसे में वहां से आवाजाही बंद है।
इसके चलते अंबाला के व्यापारियों को परेशानी हो रही है। इस कारण उन्होंने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की शरण ली। हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को बॉर्डर खोलने के आदेश दिए थे, लेकिन सरकार इस मामले में सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है।