खबरिस्तान नेटवर्क: अयोध्या में स्थित भव्य राम मंदिर की पहली मंजिल पर बृहस्पतिवार को गंगा दशहरा वाले दिन भगवान राम के राजा-राम रुप की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा समाप्त हो गई है। राम दरबार में राजा राम विराजमान हो गए हैं। इस कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ चीफ गेस्ट के तौर पर शामिल हुए। व्होंने मंद्रिर में जाकर मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की। राम दरबार में राजा राम विराजमान हो गए हैं। उन्होंने मंदिर में पहुंचकर रामलला दर्शन किए हैं। इससे पहले सीएम ने हनुमानगढ़ी में दर्शन पूजन किया। इसके बाद वह रामलला के दरबार में पहुंचे।

इस वजह से चुना गया आज का दिन
प्राण-प्रतिष्ठा समारोह पूर्वाह्र 11 बजकर 25 मिनट से 11 बजकर 40 मिनट के बीच हुआ है। हिंदू धर्म में शास्त्रों के अनुसार, गंगा दशहरा वह दिन होता है जब राजा भगीरथ की तपस्या से प्रसन्न होकर पवित्र नदी गंगा भगवान शिव की जटाओं में से पृथ्वी पर अवतरित हुई थी। इस दिन को बेहद ही शुभ माना जाता है और यह दिन पुण्य, तपस्या और मानवता के सामूहिक कल्याण का प्रतीक भी माना जाता है। अयोध्या के ज्योतिषी पंडित कल्कि राम ने बताया कि गंगा दशहरा पर किया गया कोई भी शुभ काम कई गुना फल देता है। इसी वजह से राम मंदिर न्यास ने राजा राम के अभिषेक के लिए यह दिन चुना है।
सीएम योगी का है आज जन्मदिन
आपको बता दें कि आज ही के दिन उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जन्मदिन है। उन्होंने मंदिर में पहुंचकर इस भगवान श्रीराम का आशीर्वाद भी लिया। वैदिक मंत्रों के साथ आज राम दरबार की स्थापना हो गई है। प्राण प्रतिष्ठा के इस खास कार्यक्रम में सबसे पहले सीएम योगी ने भगवान के दरबार में शीश नवाया।
22 जनवरी को हुई था प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम
अयोध्या में बने नवनिर्मित मंदिर परिसर में रामलला की मूर्ति का पहला प्राण-प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी 2024 को पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में हुआ था। उस समय राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा भी की गई थी। अयोध्या में रसिक निवास मंदिर के मुख्य पुजारी महंत रघुवर शरण ने कहा था कि - इस साल गंगा दशहरा पवित्र होने के साथ-साथ ऐतिहासिक भी होगा क्योंकि 500 साल के लंबे समय के बाद भगवान राजा राम के अपने स्वरुप में भव्य राम मंदिर की पहली मंजिल पर औपचारिक तौर पर प्रतिष्ठित किए जाएंगे। इस अवसर पर अयोध्या में उत्साह, भक्ति और आध्यात्मिकता का अनूठा संगम देखने को मिलेगा।