पिछले साल 27 अक्टूबर को रिलीज हुई फिल्म '12th फेल' ने सफल 100 दिन पूरे कर लिए हैं। ओटीटी पर रिलीज होने के बावजूद फिल्म अभी भी सिनेमाघरों में लगी हुई है। '12th फेल' की टीम ने शनिवार को फिल्म की सफलता का जश्न मनाया। इस मौके पर विधु विनोद चोपड़ा ने मीडिया को बताया कि सभी ने उनसे कहा था कि फिल्म 30 लाख रुपये से ज्यादा का कारोबार नहीं करेगी। यहां तक कि फिल्म को ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज करने की बात भी कही थी।
अनुराग पाठक की किताब पर आधारित इस फिल्म को हाल ही में फिल्मफेयर बेस्ट फिल्म के अवॉर्ड से भी नवाजा गया है। इंटरव्यू के दौरान फिल्म के डायरेक्टर विधु विनोद चोपड़ा ने कहा- आज के 100 दिन पहले, इसी स्क्रीन पर हमारी फिल्म का पहला शो था। मेरे लिए बॉक्स ऑफिस के आंकड़े सीमित होते हैं। मेरे लिए ये ज्यादा मायने रखता है कि आपने किस इरादे से फिल्म बनाई है? आप फिल्म क्यों बना रहे हैं? अगर आप ईमानदारी के साथ कोई फिल्म बनाते हैं, तो फिल्म बॉक्स ऑफिस पर भी अच्छे नंबर्स ला सकती है और दर्शकों के दिल को भी छू सकती है। जब मैं फिल्म बना रहा था, तो मुझे मेरी वाइफ सहित सभी ने इसे ओटीटी पर रिलीज करने की सलाह दी थी। विधु विनोद चोपड़ा की वाइफ अनुपमा चोपड़ा एक फिल्म क्रिटिक हैं। उन्होंने पति से कहा- विनोद से मिलने थीएटर में लोग नहीं आएंगे। तेरी और विक्रांत की फिल्म देखने कोई नहीं जाएगा।
डायरेक्टर ने अपने पैसे लगाए
विधु विनोद चोपड़ा ने आगे बताया की ट्रेड एजेंसियां लिख रही थीं कि '12th फेल' ओपनिंग- डे पर 2 लाख कमा पाएगी। इस फिल्म का लाइफटाइम कलेक्शन 30 लाख के आस-पास ही पहुंच पाएगा। सच कहूं तो हर किसी ने मुझे डरा दिया था। मीडिया से बातचीत में डायरेक्टर ने आगे बताया कि वे '12th फेल' के साथ आगे बढ़े क्योंकि उन्हें फिल्म पर विश्वास था। इसलिए उन्होंने फिल्म बनाने से लेकर फिल्म की मार्केटिंग तक खुद के पैसे लगाए थे। हालांकि फिल्म की शुरुआत जरूर छोटे आंकड़ों से हुई, लेकिन आज देखो फिल्म कहां से कहां पहुंच गई है। फिल्म की सक्सेस इवेंट में अनुपमा चोपड़ा भी मौजूद थीं। उन्होंने कहा- यहां मेरा योगदान बहुत कम है। सफलता का पूरा-पूरा श्रेय फिल्म की टीम को जाता है। विधु विनोद चोपड़ा सही हैं- मैंने उनसे कहा था कि मुझे नहीं पता कि इस फिल्म को देखने के लिए थिएटर में कौन आएगा। मैं पब्लिक प्लेटफॉर्म पर कहती हूं कि यहां मैं गलत थी और आप सही हैं।
फिल्म की कहानी
यह फिल्म राइटर अनुराग पाठक की बुक '12th फेल' पर बेस्ड है। फिल्म का टाइटल भी सेम ही रखा गया है। फिल्म का मुख्य सार यही है कि हारा वही है जो लड़ा नहीं। विधु विनोद चोपड़ा की ये फिल्म वैसे तो आईपीएस मनोज कुमार शर्मा की असल जिंदगी से इंस्पायर्ड है, लेकिन इसमें देश के हर गांव और छोटे शहरों के युवाओं की कहानी है।