picture of this god should be placed in the south and not in the east : पूजा पाठ करने और घर में मंदिर स्थापित करने की सही दिशा पूर्व यानी कि ईस्ट साइड है. खासकर नॉर्थ ईस्ट कॉर्नर पूजा करने के लिए सबसे सही दिशा मानी जाती है, वहीं दक्षिण दिशा में भगवान या मंदिर को स्थापित करने से मना किया जाता है. वास्तु के अनुसार, अगर इस दिशा में आप इन भगवान की तस्वीर लगा लेते हैं तो इससे न सिर्फ ग्रह दोष से मुक्ति मिलती है, बल्कि घर का वातावरण भी सकारात्मक होता है और सभी दोषों का नाश होता है।
दक्षिण दिशा में लगाएं इनकी तस्वीर
वास्तु के अनुसार, दक्षिण दिशा को यम की दिशा कहा जाता है। यही कारण है कि इस दिशा में मंदिर या पूजा करने की मनाही होती है, लेकिन अगर दक्षिण दिशा में आप हनुमान जी की कोई तस्वीर या मूर्ति स्थापित करते हैं, तो ये बहुत शुभ माना जाता है। कहते हैं कि हनुमान जी की इस दिशा में ऐसी तस्वीर लगानी चाहिए जिसमें हनुमान जी बैठी हुई अवस्था में हो। कहते हैं इससे घर में आई सभी परेशानी दूर हो जाती है।
दक्षिण दिशा में न लगाएं ऐसी तस्वीर
वास्तु के अनुसार, दक्षिण दिशा में हनुमान जी की कभी भी लाल रंग की तस्वीर नहीं लगानी चाहिए या ऐसी मूर्ति जिसमें उन्हें लाल रंग का चोला या सिंदूर चढ़ाया हो। वास्तु के अनुसार ऐसी तस्वीर दक्षिण दिशा में लगाना अशुभ माना जाता है। वहीं, अगर आप दक्षिण दिशा में हनुमान जी की बैठी हुई तस्वीर लगाते हैं तो इसके शुभ फल घर में मिलते हैं। रोजाना इसकी विधि विधान से पूजा अर्चना करनी चाहिए और मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ करने के बाद दीया लगाना चाहिए।
हनुमान जी की तस्वीर लगाने के फायदे
अगर आप घर की दक्षिण दिशा में हनुमान जी की कोई तस्वीर लगाते हैं तो इससे वास्तु दोष दूर हो जाते हैं। साथ ही घर में किसी भी प्रकार की बुरी शक्तियों का वास भी खत्म होता है और घर में पॉजिटिविटी आती है. घर में अगर कोई बीमार है, तो दक्षिण दिशा में हनुमान जी की बैठी हुई तस्वीर लगाने से रोगों से निजात मिलती है। इतना ही नहीं अगर आपके घर में बहुत ज्यादा लड़ाई झगड़ा और गृह क्लेश होता है तो हनुमान जी की तस्वीर लगाने से घर में लड़ाई झगड़ा होना बंद हो जाता है।