नए संसद भवन की सुरक्षा में बड़ी सेंध लगी है, संसद पर हमले की बरसी के दिन दो युवक विजिटर गैलरी से सदन की कार्रवाई में कूद गए और संसद भवन के बाहर महिला और पुरुष ने नारेबाजी की और स्मोक स्टिक चलाई।
पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया है। बाहर पकड़े गए महिला नीलम का कहना है कि उनकी बात नहीं सुनी जा रही है। केंद्र सरकार तानाशाही कर रही है। जब वह अपनी बात कहते हैं तो जेलों मे ंडाल दिया जाता है। वह स्टूडेंट है और बेरोजगार है। उसका किसी संगठन से कोई संबंध नहीं है। नीलम के साथ एक युवक को भी हिरासत में लिया गया है।
संसद में मची खलबली
सदन में सांसद बोल रहे थे, तभी दो युवक विजिटर गैलरी से नीचे कूद आए और उन्होंने स्मोक कैन चला दिया। इनमें से एक को सांसदों ने पकड़ लिया और उसकी जमकर धुनाई की।
जो दो युवक कार्यवाही के दौरान घुसे, उनमें एक का नाम सागर है। दोनों सांसद के नाम पर लोकसभा विजिटर पास पर आए थे। इससे पहले पुरानी संसद की इमारत में 13 दिसंबर, 2001 को 5 आतंकियों ने हमला किया था। इसमें दिल्ली पुलिस के पास जवान समेत 9 लोगों की मौत हुई थी।
सांसदों के मुताबिक अचानक दो लोग विजिटर गैलरी से लोकसभा में कूदे। दोनों की उम्र करीब 20 साल है। ये लोग कनस्तर लिए हुए थे। इन कनस्तरों में पीले रंग की गैस निकल रही थी। दोनों में से एक व्यक्ति दौड़कर स्पीकर की चेयर के सामने पहुंच गया था। वे कोई नारे लगा रहे थे। आशंका है कि ये गैस जहरीली हो सकती है। 13 दिसंबर 2001 के बाद ये फिर संसद की सुरक्षा में चूक का बड़ा मामला है।
आज 13 दिसंबर है और संसद हमले की बरसी है, ऐसे में इस घटना को सुरक्षा में एक बड़ी चूक माना जा रहा है।
खगेन मुर्मू ने बताया मैं स्पीच दे रहा था। तभी दाईं तरफ से आवाज आई तो मुझे पता चला कि कोई आ रहा है। सामने की तरफ से सासंद और सिक्योरिटी गार्ड पकड़ो-पकड़ों चिल्लाने लगे। उनके हाथ से धुआं निकल रहा था। सदन धुआं से भर गया। युवक सीधे स्पीकर की तरफ जा रहे थे। तानाशाही नहीं चलेगी का नारा लगा रहे थे।