डबल्यूएचओ यानी विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हाल ही में एक और बीमारी को लेकर गंभीर चिंता दिखाई है। इस बीमारी का नाम खसरा (measles) है। यह एक ऐसी बीमारी है जो दुनियाभर के लोगों को काफी तेजी से संक्रमित कर रही है। डबल्यूएचओ की माने तो साल के अंत तक खसरा दुनिया की आधे से अधिक आबादी को प्रभावित कर देगा। हालांकि ये बीमारी सभी उम्र के लोगों को संक्रमित कर सकती है।
डब्ल्यूएचओ का अनुमान है कि साल 2024 तक दुनिया भर में 142 मिलियन बच्चों को खसरे से संक्रमित होने का खतरा हो सकता है। जिनमें से ज्यादातर निम्न और मध्यम आय वाले देशों होंगें। ऐसेवमें बहुत जरूरी है कि आपको इस बीमारी के बारे में पूरी जानकारी हो। आइए जानते हैं क्या है खसरा, लक्षण क्या है और इससे कैसे बचा जा सकता है।
क्या है खसरा
खसरा एक बहुत ही संक्रामक रोग है जिसमें बुखार, लाल दाने, खांसी और आंखों से पानी आने लगता है। कुछ लोगों में इसकी गंभीर जटिलताएँ हो सकती हैं। इतना ही ये बीमारी व्यक्ति की मौत की वजह भी बन सकती है।
वहीं इस बीमारी को मीजल्स के नाम से भी जाना जाता है। वैसे तो यह किसी को भी प्रभावित कर सकती है लेकिन यह बच्चों में सबसे आम है। खसरे का टीका लगवाना खसरा होने और फैलने से रोकने का सबसे अच्छा तरीका है।
क्या हैं खसरा के लक्षण
खसरा होने पर आपको कई तरह के लक्षण नजर आ सकते हैं। इन लक्षणों में नाक बहना, खांसी आना, बहुत तेज बुखार होना, आंखों का लाल होना और पानी आना, गालों के अंदर छोटे सफेद धब्बे होना, चेहरे,गर्दन, हाथों और पैरों पर दाने नजर आ सकते हैं।
खसरे के लक्षण आमतौर पर वायरस के संपर्क में आने के 10 से 14 दिन बाद नजर आने शुरू होते हैं। वहीं इसके शुरुआती लक्षण नॉर्मली 4 से 7 दिनों तक रहते हैं।
कौन सा वायरस खसरा का कारण बनता है
मोर्बिलीवायरस नामक एक अधिक संक्रामक वायरस खसरे का कारण बनता है। यह एक वायुजनित बीमारी है यानी कि यह हवा के माध्यम से तब फैलता है जब कोई संक्रमित व्यक्ति सांस लेता है, खांसता है, छींकता है या बात करता है।
अगर आप खसरे से पीड़ित किसी व्यक्ति के कणों में सांस लेते हैं तो आपको भी खसरा हो सकता है। ध्यान रखें कि खसरे से पीड़ित व्यक्ति के चले जाने के बाद भी हवा में मौजूद बूंदें दो घंटे तक कमरे में रह सकती हैं। बूंदें सतहों पर उतर सकती हैं और उसी तरह फैल भी सकती हैं।
कैसे फैलता है खसरा
खसरे से पीड़ित व्यक्ति के साथ पानी व खाना शेयर करने से
किसी ऐसे व्यक्ति को चूमना जिसे खसरा हो
खसरे से पीड़ित व्यक्ति से हाथ मिलाना, हाथ पकड़ना या गले लगाना
वायरस वाली सतह को छूना और फिर अपने मुंह, नाक या आंखों को छूना
खसरे वाली टीकाकरण न लगवाने की वजह से
रिस्क फैक्टर्स
शिशु और छोटे बच्चे
गर्भवती महिलाएं
वयस्क 20 या उससे अधिक
किस तरह से करें खसरा से बचाव
खसरे से बचाव के लिए टीकाकरण सबसे प्रभावी तरीका है। सभी बच्चों को मीजल्स की वैक्सीन लगवाना चाहिए। टीका काफी सुरक्षित, प्रभावी और सस्ता है।
इसके अलावा लक्षणों में दर्द या बुखार होने पर एसिटामिनोफेन या एनएसएआईडी लें, बहुत सारे तरल पदार्थ पिएं, नमक के पानी से गरारे करें और अगर आपकी आंखें दुखती हैं तो तेज़ रोशनी से बचें।