अमृतसर से दिल्ली जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस की नई अपडेट सामने आई है। कल यानि शुक्रवार को यात्री दिल्ली तक अपना सफर फ्री में कर सकते हैं। इसके लिए पास बनाए जाएगें। हाई स्पीड ट्रेन के अंदर आरामदायक चेयर कार है। वहीं रेलवे ने वंदे भारत ट्रेन का किराया निर्धारित नहीं किया है।
लेकिन शताब्दी एक्स्प्रेस से 2 फीसदी ज्यादा हो सकता है। जालंधर सिटी से दिल्ली तक किराया 1180 के करीब है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को 6 वंदे भारत और 2 अमृत भारत ट्रेनों को अयोध्या में हरी झंडी देने के लिए पहुंच रहे हैं।
जाने वंदे भारत की खासियत
वंदे भारत एक्सप्रेस 52 सेकेंड में 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पकड़ लेती है। शताब्दी में जालंधर पहुंचने मे 6 घंटे के करीब का समय लगता है। लेकिन वंदे भारत ट्रेन में समय 5 घंटे से भी कम लगेगा। भारत में सबसे पहले वन्दे भारत ट्रेन 18 फरवरी 2019 को चलाई गई थी। जिसका ट्रायल वाराणसी से दिल्ली के बीच किया गया था। एक ट्रेन को बनाने में रेलवे को लगभग 100 करोड़ रुपए की लागत आई। वन्दे भारत ट्रेन का निर्माण चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में तैयार किया जाता है।
वंदे भारत में12 चेयरकार और दो एग्जीक्यूटिव कोच हैं। सभी दरवाजे ऑटोमैटिक हैं। वन्दे भारत ट्रेन पूरी तरह से स्वदेशी है। जो बुलेट की गति से चलती है। इसका डिजाइन भी बुलेट जैसा है। ट्रेन यात्रियों के लिए जितना ज्यादा सुविधाजनक है उतनी ही ज्यादा देखने में खूबसूरत भी है। इसमें यात्रियों की छोटी से छोटी जरूरतों का ध्यान रखा गया है। कई सारी सुविधाएं और यात्रा के समय को कम करने के लिए यात्रियों को अधिक किराए का भुगतान करना पड़ता है।
360 डिग्री घूम जाती है स्टिंग चेयर्स
लेकिन वंदे भारत के सभी कोच वतानुकुलिन है। इसमें जो स्टिंग चेयर्स है वो 360 डिग्री घूम जाती हैं। इस ट्रेन में भोजन और नाश्ता भी परोसा जाता है। जिसकी कीमत टिकट में ही शामिल होती है। यात्रियों की सुविधा का ध्यान रखते हुए ट्रेन को पूरी तरह से ऑनबोर्ड वाई-फाई की सुविधा से लैस बनाया है। साथ ही हर सीट के नीचे मोबाइल और लैपटॉप चार्ज करने के लिए चार्जिंग पॉइंट्स दिए गए हैं।
ट्रेन में बायो वैक्यूम शौचालय का निर्माण
इसके साथ ही वन्दे भारत ट्रेन में जीपीएस प्रणाली लगी है। जिसके माध्यम से आने वाले स्टेशन और अन्य सूचनाओं की जानकारी मिलती है। स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए ट्रेन में बायो वैक्यूम शौचालय का निर्माण किया गया है। जैसे हवाई जहाजों में इस्तेमाल होते हैं। ट्रेन से बाहर का नजारा अच्छे से दिखाई दे इसीलिए बड़े से ग्लास लगाए गए हैं। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हर डिब्बे में सीसीटीवी लगाए गए हैं।
यात्रियों की सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए जब ट्रेन पूरी तरह से रूक जाती है तब ही दरवाजे खुलेंगे। ताकि यात्री चलती ट्रेन में न ही चढ़े और न ही उतरे। वन्दे भारत ट्रेन को बनाने में दिव्यागों का भी ध्यान रखा गया है। इसके साथ ही ट्रेन के कुछ डिब्बों में व्हीलचेयर रखने के लिए अलग से स्थान बनाया गया है।
जालंधर रेलवे स्टेशन सीएमआई से ले सकते हैं सफर करने के लिए पास
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में सफर करने का आनंद लेने के लिए यात्री जालंधर रेलवे स्टेशन सीएमआई से पास ले सकते हैं। इस पास पर यात्री फ्री में जालंधर से दिल्ली तक सफर कर सकते हैं। इसी के साथ ट्रेन के अंदर सभी को खाना भी परोसा जाएगा। आनंददायक सफर के लिए शनिवार सुबह यात्री कैंट रेलवे स्टेशन पहुंच सकते हैं। ट्रेन में सफर करने के लिए कोई पैसा यात्रियों से नहीं लिया जाएगा।