ख़बरिस्तान नेटवर्क : पंजाब में 10 अप्रैल को महावीर जयंती के लिए सरकारी छुट्टी का ऐलान किया गया है। इसके साथ ही पंजाब में सरकार ने कुछ सख्त आदेश भी जारी किये है। इनके अनुसार इस दिन मीट/मछली व अंडे की दुकानें, मांसाहारी होटल/ढाबे व अहाते बंद रहेंगे। ये आदेश डिप्टी कमिश्नर हिमांशु जैन IAS जिला मैजिस्ट्रेट द्वारा महावीर जयंती की पवित्रता को बनाए रखने के लिए जारी किये गए है।
बता दें कि इस दिन धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार किसी भी पशु की हत्या करना पाप है। जानवरों को मरने से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंच सकती है। इसी कारण इस दिन को ध्यान में रखते हुए सभी मसाहारी दुकानों को इस दिन बंद रखने के आदेश दिए है।
भगवान महावीर जी का महोत्सव
इस दिन को भगवान महावीर के जन्म उत्सव के रूप में मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र मास के 13वें दिन महावीर स्वामी का जन्म हुआ था। ऐसा कहा जाता है कि महावीर जी का जन्म करीब 599 ईसा पूर्व बिहार के कुंडग्राम/कुंडलपुर के राज परिवार में हुआ था।
जैन धर्म के अनुसार, भगवान महावीर ने 12 वर्षों तक कठिन मौन व्रत, तपस्या और जप के माध्यम से अपनी इंद्रियों पर पूरी तरह विजय प्राप्त की थी। अपनी निडरता, सहनशीलता और अहिंसा के कारण उन्हें "महावीर" के नाम से जाना गया। 72 वर्ष की आयु में, पावापुरी में उन्हें मोक्ष की प्राप्ति हुई।
महावीर जयंती के दिन जैन समुदाय प्रभातफेरी, अनुष्ठान और शोभायात्राएं आयोजित करता है। इस अवसर पर भगवान महावीर की मूर्ति का जलाभिषेक सोने और चांदी के कलश से किया जाता है। इस दौरान, जैन धर्म के गुरु महावीर जी के उपदेशों का प्रचार करते हैं और उनके मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी जाती है। देशभर के जैन मंदिरों में पूजा अर्चना होती है, और जैन समाज महावीर जी के जन्म की खुशी मनाता है। यह दिन अहिंसा, सत्य और प्रेम के महत्त्वपूर्ण उपदेशों को याद करने का अवसर होता है।