ख़बरिस्तान नेटवर्क : अमेरिका और चीन के बीच ट्रैड वॉर अभी भी जारी है। जिसके बाद एक बार फिर अमेरिका ने चीन पर सीधे 100% का टैरिफ लगा दिया है। जिसका मतलब है कि अब अमेरिका में इम्पोर्ट होने वाली चीनी समान पर कुल 245% का टैरिफ लगाया जाएगा। बता दें कि 11 अप्रैल को चीन ने अमेरिका पर 125% का टैरिफ लगाया था। इसी के जवाब में अब अमेरिका ने ये फैसला लिया है।
अर्थव्यवस्था पर हुआ गहरा असर
ट्रम्प के ट्रेड वॉर से चीन के टेक सेक्टर को भारी नुकसान हुआ है। जानकारी के मुताबिक हुआवे और ZTE जैसी टेक कंपनियों को ब्लैक लिस्ट कर दिया है। इस वजह से कंपनियों को अमेरिकी सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर मिलने में दिक्कत आने लगी। साथ ही रॉ मटेरियल्स भी महंगे हो गए है। जिस कारण मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स और रोजमर्रा की चीजों की कीमतों में भी वृद्धि देखने को मिल रही है। अमेरिका और चीन के ट्रेड वॉर ने दुनिया की अर्थव्यवस्था पर गहरा असर डाला है। IMF के मुताबिक ट्रेड वॉर से 2019 की ग्लोबल ग्रोथ 3.6% से गिरकर 2.9% पर आ गई।
चीनी राष्ट्रपति ने दिया जवाब
इस वॉर को लेकर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने जवाब देते हुए कहा कि चीन किसी से डरता नहीं है। पिछले 70 साल में चीन का विकास यहां के लोगों की कड़ी मेहनत और खुद पर निर्भर रहने का नतीजा है। चीन न कभी किसी दूसरे के भरोसे रहा है और न ही किसी भी तरह की जबरदस्ती से डरा है। अमेरिका चाहे जितना मर्जी टैरिफ लगा दें उनको कोई फ़र्क नहीं पड़ता। आखिर में अमेरिका खुद Global Economy के इतिहास में हसी का पात्र बन जाएगा।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान का कहना है कि अगर अमेरिका सच में वॉर को रीज़ाल्व करना चाहता है तो वो दबाव बनाना, डराना धमकाना बंद करे और शांति से पूरे सम्मान के साथ बातचीत करें। उनका कहना है की वे सिर्फ अमेरिका के एक्शन का रिएक्शन दे रहे है।