ख़बरिस्तान नेटवर्क : गुजरात के अहमदाबाद में एयर इंडिया का प्लेन क्रैश हो गया। प्लेन क्रैश होने के बाद यह एक हॉस्टल की बिल्डिंग पर जा गिरा। जिसके बाद जोरदार धमाका हुआ। इस प्लेन में 242 लोग सवार थे। अब जांच टीम ब्लैक बॉक्स ढूंढ़कर दुर्घटना के असल कारणों की जांच करेंगे।
जानें क्या होता है ब्लैक बॉक्स
किसी भी तरह की प्लेन हादसे के बाद "ब्लैक बॉक्स" की तलाश की जाती है, क्योंकि यह एक महत्वपूर्ण सुरक्षा डिवाइल है, जिसे फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) के नाम से भी जाना जाता है। यह डिवाइस टेक ऑफ के दौरान महत्वपूर्ण डेटा और आवाज़ों को रिकॉर्ड करता है, जो दुर्घटना की जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
ये होता है ब्लैक बॉक्स में
फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) : यह डिवाइस उड़ान के दौरान विभिन्न मापदंडों को रिकॉर्ड करता है, जैसे स्पीड, ऊंचाई, दिशा और नियंत्रण सतहों की स्थिति।
कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) : यह डिवाइस कॉकपिट में पायलटों और अन्य लोगों के बीच बातचीत को रिकॉर्ड करता है, जो दुर्घटना के कारणों को समझने में मदद करता है।
ब्लैक बॉक्स की विशेषताएं
मज़बूती : ब्लैक बॉक्स को उच्च तापमान, पानी में डूबने और प्रभाव जैसी चरम स्थितियों में भी काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
डेटा स्टोरेज : ब्लैक बॉक्स में रिकॉर्ड डेटा सुरक्षित रूप से स्टोर हो जाता है। जांचकर्ताओं द्वारा इसका विश्लेषण किया जा सकता है।
क्यों महत्वपर्ण होता है ब्लैक बॉक्स
दुर्घटना के कारणों को समझने में ब्लैक बॉक्स महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिससे भविष्य में सुरक्षा में सुधार हो सकता है। ब्लैक बॉक्स से हासिल डेटा का उपयोग सुरक्षा प्रोटोकॉल और प्रक्रियाओं को बेहतर बनाने के लिए किया जा सकता है। ब्लैक बॉक्स एक महत्वपूर्ण सुरक्षा डिवाइस है जो प्लेन और एविएशन इंडस्ट्री में सुरक्षा बढ़ाने में मदद करता है।