केंद्र सरकार ने खरीफ सीजन के लिए 14 फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य(MSP) को मंजूरी दी है। यह फैसला कैबिनेट की मीटिंग में लिया गया है। सरकार का कहना है कि एमएसपी में बढ़ोतरी का उद्देश्य किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य दिलाना और कृषि क्षेत्र को अधिक लाभदायक बनाना है। वहीं अब इसी को लेकर किसान नेताओं ने चंडीगढ़ में प्रेस कॉनफ्रेंस की और कहा कि हमारी मांग MSP की कानूनी गारंटी की।
MSP केंद्र सरकार की ओर से तय एक न्यूतनम मूल्य है। इस पर सरकार किसानों से उनकी उपज खरीदने की गारंटी देती है।बता दें कि एमएसपी में धान की कीमत में 117 रुपए प्रति क्विंटल, मूंग की कीमत में 124 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है। न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने से किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य मिलेगा और उनकी आय में वृद्धि होगी।
हमारी मांग MSP की कानूनी गारंटी- किसान नेता
अब इसी पर किसान नेता सरवन सिंह पंढेर का बयान आया है। उन्होंने कहा कि हमारी मांग सरकार से MSP की कानूनी गारंटी है। अगर MSP का ऐलान किया जाता है तो उसको खरीदा भी हो जाए।
सरकार का कहना है कि एमएसपी में बढ़ोतरी का उद्देश्य किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य दिलाना और कृषि क्षेत्र को अधिक लाभदायक बनाना है। एमएसपी केंद्र सरकार की ओर से तय एक न्यूनतम मूल्य है। इस पर सरकार किसानों से उनकी उपज खरीदने की गारंटी देती है।
धान और कपास पर इतनी MSP बढ़ी
धान का नया MSP 2,300 रुपये किया गया है जो पिछली MSP से 117 रुपए अधिक है। कपास का नया MSP 7,121 और एक दूसरी किस्म के लिए 7,521 रुपये पर मंजूरी दी है जो पिछली MSP से 501 रुपये ज्यादा है।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी के तीसरे कार्यकाल में किसानों के कल्याण को प्राथमिकता दी जाएगी। जो लागत मूल्य का कम से कम 1.5 गुना होना चाहिए।
इन फसलों की भी बढ़ी एमएसपी
सरकार ने केसर की फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) बढ़ा दिया है। ज्वार, धान, बाजरा, रागी, मक्का, अरहर, मूंग, उड़द, मूंगफली, सूरजमुखी, सोयाबीन और तिल का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाया गया है। अब ज्वार का न्यूनतम समर्थन मूल्य 3371 रुपये, धान 2300 रुपये, बाजरा 3625 रुपये, रागी 4290 रुपये, मक्का 2225 रुपये, तुअर 7550 रुपये, मूंग 8682 रुपये, उड़द 7400 रुपये, मूंगफली 6783 रुपये, सूरजमुखी 7280 रुपये, सोयाबीन 4892 रुपये है। रुपये और तिल 9267 रुपये हो गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद किसान सम्मान निधि जारी करने से जुड़ी फाइल पर हस्ताक्षर किए। जिसके बाद 18 जून को प्रधानमंत्री ने यूपी के वाराणसी से प्रधानमंत्री किसान योजना की 17वीं किस्त जारी की।