जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में सोमवार को आतंकियों के हमले में जूनियर कमीशंड ऑफिसर समेत 5 जवान शहीद हो गए और हमले में 5 जवान घायल हो गए। हमले को लेकर सूत्रों से लगातार नई जानकारी सामने आ रही है।
3 आतंकियों ने किया था हमला
यह हमला 3 आतंकियों ने किया था और वे एडवांस हथियारों से लैस हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमले के लिए एक लोकल गाइड ने भी आतंकियों की मदद की थी। जानकारी के अनुसार सुरक्षाबल कुठआ के लोहाई मल्हार ब्लॉक के माछेड़ी इलाके के बडनोटा में दोपहर 3 बजे तलाशी ले रहे थे, तभी आतंकियों ने उन पर ग्रेनेड से हमला किया।
आतंकियों ने साथ ही फायरिंग भी की। इसके बाद सेना ने पूरे इलाके को घेर लिया। आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ आज मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी है।
हमले की जिम्मेदारी कश्मीर टाइगर्स नाम के आतंकी संगठन ने ली
हमले की जिम्मेदारी कश्मीर टाइगर्स नाम के आतंकी संगठन ने ली है। यह संगठन प्रतिबंधित पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की ही एक ब्रांच है। संगठन की ओर से सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया गया है । कश्मीर टाइगर्स-213 ने एक पोस्ट में लिखा कठुआ के बडनोटा में भारतीय सेना पर हैंड ग्रेनेड और स्नाइपर गन से हमला किया है। यह डोडा में मारे गए 3 मुजाहिदीन की मौत का बदला है। जल्द ही और ज्यादा हमले किए जाएंगे। ये लड़ाई कश्मीर की आजादी तक चलती रहेगी।
राजनाथ सिंह ने कठुआ हमले पर दुख जताया
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कठुआ हमले पर दुख जताया है। उन्होंने X पर लिखा- कठुआ के बदनोटा में एक आतंकी हमले में हमारे पांच बहादुर भारतीय सैनिक शहीद हो गए। उनकी मौत से मुझे बहुत दुख हुआ है। मेरी संवेदनाएं उनके परिवारों के साथ है। आतंकवाद विरोधी अभियान चल रहे हैं। हमारे जवान शांति और व्यवस्था कायम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
इससे पहले भी सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई फायरिंग
इससे पहले जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में 6 और 7 जुलाई को मुदरघम और चिन्निगम फ्रिसल में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच फायरिंग हुई थी। एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने 6 आतंकियों को मार गिराया था। 2 जवान भी शहीद हुए थे। अधिकारियों के अनुसार, मारे गए आतंकी हिज्बुल मुजाहिदीन से जुड़े थे। इनमें एक पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादी संगठन का स्थानीय कमांडर भी था।
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकवादियों के साथ हुए एनकाउंटर में सेना ने अबतक 5 आतंकी को ढेर किया है। इस दौरान दो जवान भी शहीद हुए हैं। मुदरघम में दो-तीन आतंकियों और चिनिगाम फ्रिसल में एक और आतंकी के छिपे होने की संभावना है।
आतंकी घने जंगल के रास्ते भागे
दूसरी तरफ, जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के मंजाकोट इलाके में आतंकियों ने रविवार सुबह एक आर्मी कैंप पर हमला कर दिया।जिसके कारण एक जवान घायल हो गया। जवानों की जवाबी कार्रवाई के बाद आतंकी घने जंगल के रास्ते भाग गए। सेना और पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ ऐसे समय में हुई हैं जब पिछले शनिवार को अनंतनाग जिले के नुनवान-पहलगाम मार्ग और गंदेरबल जिले के बालटाल मार्ग से शुरू हुई श्री अमरनाथ यात्रा के कारण जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। दोनों रास्तों से तीर्थयात्रियों को कुलगाम जिले से होकर गुजरना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि मुठभेड़ कुलगाम के मोदरगाम गांव में उस समय शुरू हुई जब आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना के बाद सुरक्षा बलों की संयुक्त टीमें इलाके में घेराबंदी और तलाश अभियान (कासो) चला रही थीं।सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा बलों की संयुक्त टीमें पर गोलीबारी होते ही जवाबी कारर्वाई की गई और मुठभेड़ शुरू हो गई।
26 जून को डोडा में 3 आतंकियों का खात्मा
इस से पहले डोडा जिले के गंडोह इलाके में 26 जून को सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया था। सुबह 2-3 आतंकियों के इलाके में छिपे होने की सूचना के बाद पुलिस और सेना ने सर्च ऑपरेशन लॉन्च किया था, जिसके बाद सुबह 9.50 बजे एनकाउंटर शुरू हुआ था।