जालंधर वेस्ट में होने वाले उपचुनाव को लेकर भारत निर्वाचन आयोग ने शेड्यूल जारी कर दिया है। 10 जुलाई को होने वाले विधानसभा चुनाव के बारे में डीसी कम जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने बताया कि इस संबंध में गजट नोटिफिकेशन 14 जून को जारी की जाएगी।
नामांकन पत्र वापिस लेने की आखिरी तारीख 26 जून
डीसी हिमांशु अग्रवाल ने बताया कि नामांकन 14 से 21 जून तक भरे जा सकेंगे। नामांकन पत्रों की जांच 24 जून को की जाएगी जबकि नामांकन पत्र वापिस लेने की आखिरी तारीख 26 जून है। उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए मतदान 10 जुलाई को होगा और मतगणना 13 जुलाई को होगी।
जालंधर वेस्ट में लगा कॉड ऑफ कंडक्ट
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि आम चुनाव की घोषणा के साथ ही सोमवार से जालंधर पश्चिमी(वेस्ट) विधानसभा क्षेत्र में चुनाव संहिता लागू हो गई है, जो 15 जुलाई को चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक लागू रहेगी। उन्होंने निर्देश दिए कि कॉड ऑफ कंडक्ट को सख्ती से लागी किया जाए और निगरानी टीमों को तत्काल एक्टिव किया जाए। प्रशासन पूरी चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से पूरी कराने के लिए उचित व्यवस्था सुनिश्चित करेगा।
आखिरी क्यों चर्चा में है विधानसभा हलका जालंधर वेस्ट
आपको बता दें कि विधायक से पूर्व विधायक हो चुके शीतल अंगुराल के कारण जालंधर वेस्ट सीट पिछले दो साल से सबसे ज्यादा चर्चा में रही है। शीतल का आम आदमी पार्टी की टिकट से लड़ना और जीतना। पूर्व सांसद सुशील रिंकू के साथ दुश्मनी और फिर दोस्ती। विधायकी से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल होना। इस्तीफा ना मंजूर होना, इस्तीफा वापसी का फैसला और फिर अचानक इस्तीफा मंजूर हो जाना। यही सब कारण है कि जालंधर वेस्ट सीट बहुत खास है।
-2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेसी प्रत्याशी सुशील कुमार रिंकू के सामने आम आदमी पार्टी की तरफ से शीतल अंगुराल को उतारना और शीतल अंगुराल का भारी मतों से रिंकू को हराकर जीत हासिल करना। शीतल अंगुराल और सुशील रिंकू के बीच 36 का आंकड़ा था। शीतल जीत के बाद रिंकू पर हावी हो गए। जिसकी वजह से यह फाइट पहली बार पंजाब स्तर पर चर्चा में आई।
-2023 के लोकसभा उपचुनाव में फिर से यह सीट हॉट केक बनी, जब आम आदमी पार्टी ने सुशील कुमार रिंकू को आप का प्रत्याशी बना दिया। रिंकू जीत कर सांसद भी बन गए। अबकी बार बाजी पलटी और एक ही पार्टी में सुशील रिंकू शीतल अंगुराल पर हावी हो गए।
-2024 के लोकसभा चुनाव से पहले फिर वेस्ट सीट चर्चा में आई। क्योंकि इस बार सांसद की कुर्सी पर बैठे सुशील रिंकू ने आम आदमी पार्टी की टिकट लौटाकर भाजपा ज्वाइन कर ली और भाजपा से प्रत्याशी बने। सोने पर सुहागा तब हुआ जब शीतल अंगुराल ने भी विधायक पद से इस्तीफा देकर भाजपा ज्वाइन कर ली और रिंकू के साथ दोस्ती का हाथ बढ़ाया। सभी को चौंका दिया। इस उल्टफेर से भी वेस्ट हलका चर्चा में आया।
-2024 लोकसभा चुनाव में वोटिंग के अलगे ही दिन शीतल अंगुराल ने अपना इस्तीफा वापिस लेने को सरकार को नोटिस दिया। तब एक बार फिर से इस सीट पर बड़ी हलचल हुई। आम आदमी पार्टी ने भी शीतल के इस दांव का जवाब बड़े रोचक ढंग से उनका इस्तीफा मंजूर करके दिया। हालांकि कहा जा रहा है कि इस्तीफा बैकडेट में मंजूर किया गया, लेकिन यही राजनीति है।
-यह सीट इसलिए भी खासी चर्चित रही कि सुशील कुमार रिंकू ने जीतनी बार पार्टियां बदलीं, उतनी ही बार उनके साथ चलने वाले पार्षदों, पूर्व पार्षदों और अन्य नेताओं ने भी पार्टी बदली। सबसे ज्यादा दल बदलने और उल्टफेर का नजारा वेस्ट हलके में ही देखने को मिला।