शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने ई-कॉमर्स वेबसाइट अमेजन पर कई सवाल खड़े किए है। SGPC ने कहा है कि अमेजन की ओर से गुटका साहिब और गुरबाणी जैसे ग्रंथों की ऑनलाइन बिक्री की जा रही है, जिस पर तुरंत रोक लगनी चाहिए। उन्होंने कहा है कि ये सिख मर्यादा का उल्लंघन है।
SGPC के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि अमेजन और ई-कॉमर्स वेबसाइट की ओर से सिख धर्म ग्रंथों और पवित्र गुटका साहिब की ऑनलाइन बिक्री बिलकुल बर्दाशत नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि जब यह पार्सल या कूरियर के जरिए एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचता है तो सिख मर्यादा का पालन नहीं होने से इसकी गरिमा और सम्मान को ठेस पहुंचती है।
ऑनलाइन बिक्री से सिखों में गुस्सा
धामी ने आगे कहा कि सिख समुदाय और श्रद्धालुओं के मन में गुरबाणी के प्रति काफी श्रद्धा और सम्मान है और अमेज़न और कुछ अन्य ई-कॉमर्स वेबसाइटों द्वारा गुटका साहिब की ऑनलाइन बिक्री से सिखों में गुस्सा है। उन्होंने अमेज़न और ऐसी अन्य कंपनियों से गुरबाणी के पवित्र गुटका साहिब को अपनी वेबसाइटों से तुरंत हटाने को कहा।
धर्म प्रचार कमेटी की बैठक में होंगी चर्चा
उन्होंने प्रकाशकों से अपील की कि वे गुरबाणी का सम्मान करते हुए गुटका साहिब और पवित्र सांची को ऑनलाइन बेचने से बचें। शिरोमणि कमेटी अध्यक्ष ने कहा कि यह बहुत गंभीर मामला है, जिस पर शिरोमणि कमेटी की धर्म प्रचार कमेटी की आगामी बैठक में चर्चा की जाएगी।
अमेजन को नोटिस जारी
धामी ने कहा कि पिछले दिनों ऐसे मामले सामने आने पर अमेज़न कंपनी को कानूनी नोटिस भेजा गया था, जिसके बाद गुटका साहिब की ऑनलाइन बिक्री कुछ समय के लिए रोक दी गई थी। उन्होंने कहा कि अब सिख समुदाय के लोगों ने देखा है कि ऐसी प्रथा फिर से शुरू हो गई है। इस संबंध में अमेजन को पत्र लिखकर गुरबाणी और गुटका साहिब को तुरंत अपनी वेबसाइट से हटाने और शिरोमणि कमेटी को स्पष्टीकरण भेजने के लिए कहा जा रहा है।