वेब खबरिस्तान, रोहतक : रोडवेज कर्मचारियों ने 265 मार्गों पर असीमित प्राइवेट बस परमिट देने के विरोध में 26 नवंबर को करनाल में मुख्यमंत्री आवास के घेराव करने का निर्णय लिया। मंगलवार को हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा की बैठक हुई, जिसमें सरकार द्वारा आंदोलन करने का निर्णय लिया है। रोडवेज कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि सरकार अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए प्राइवेट परमिट जारी कर रही है, जिसे किसी कीमत पर बर्दाशत नहीं किया जाएगा।
फैसला वापस नहीं लिया तो हड़ताल करना मजबूरी
उन्होंने कहा कि सरकार प्रस्तावित प्राइवेट बस परमिट पॉलिसी को तुरन्त वापिस ले ओर रोडवेज कर्मचारियों के साथ स्वीकृत समझौते को लागू करे। उन्होंने चेताया कि अगर सरकार ने प्राइवेट बस परमिट पालिसी को वापिस नहीं लिया और रोडवेज कर्मचारियों की अन्य स्वीकृत मांगों को पूरा नहीं किया, तो कर्मचारी हड़ताल करने पर मजबूर होगें। प्राइवेट परमिट देने की मांग न तो जनता की हैं ओर न रोडवेज कर्मचारियों की।
प्राइवेट बस परमिट पॉलिसी से आम जनता परेशान
सांझा मोर्चा के जयकुंवार दहिया, सुमेर सिवाच, जगदीप लाठर, वीरेंद्र सिगरोहा, अमीत महाराणा, जयभगवान कादयान, दिनेश हुड्डा ने आरोप लगाया कि सरकार सस्ती व सुरक्षित सरकारी परिवहन सेवा को निजी हाथों में देना चाहती है। प्राइवेट बस परमिट पॉलिसी से आम जनता बहुत परेशान है। हर दिन किसी न किसी जिले में सरकार द्वारा लागू सुविधाओं को प्राइवेट बसों में न देने बारे शिकायतें जनता द्वारा की जा रही हैं, लेकिन सरकार पूजीपतियों को लाभ पहुंचाने में जुटी है।