चंडीगढ़ में किसानों और केंद्र सरकार के साथ मीटिंग बेनतीजा रही है। इसकी जानकारी किसान मजदूर मोर्चा के प्रधान सरवन सिंह पंधेर ने 5 घंटे चली मीटिंग के बाद मीडिया से कहे। पंधेर ने कहा कि सरकार सिर्फ किसानों को लारा रही लगा रही है। हर बार की तरह कह रही है कि कमेटी गठित करने के बाद करते हैं और हल निकालते हैं। लेकिन अब दोबारा से दूसरा किसान आंदोलन शुरु होगा और ये आंदोलन इतना बढा होगा कि केंद्र सरकार सोच नहीं सकती है। हरियाणा सरकार ने किसानों को रोकने के लिए जो इंतजाम किए हुए हैं वे सब धरे रह जाएगें। जब एक साथ किसानों ने दिल्ली की तरफ कूच किया।
10 बजे बार्डरों पर इक्ट्ठा होने का किया ऐलान
सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल ने 5 घंटे मीटिंग चलने के बाद किसान जत्थेबंदियों के पदाधिकारियों से कहा कि वह दिल्ली की तरफ कूच शुरु कर दें और हर हालत में सुबह 10 बजे दिल्ली पहुचे। जिसके लिए पंजाब-हरियाणा के शंभू, खनौरी और डबवाली बॉर्डर पर इकट्ठा होने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के नुमाइंदें उनकी मांगों को मानने के लिए तैयार नहीं है। केवल लखीमपुरी खीरी में हुई घटना में मारे गए किसानों को मुआवजा देने पर ही सहमति बनी है बाकि एमएसपी और अन्य मांगें ठंडे बस्ते में ही डाली जा रही हैं। लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा।
हरियाणा पुलिस ने किया अलर्ट, बार्डर पर सुरक्षा फोर्स बढ़ाई
वहीं हरियाणा सरकार ने बोर्डर पर पुलिस व फोर्स को अलर्ट जारी करते हुए कहा कि सुरक्षा को और बढ़ा दिया जाए। इसी के साथ हरियाणा सरकार ने कहा कि अगर किसान हरियाणा की किसी संपति को नुकसान पहुचाते हैं तो उसकी भरपाई किसानों से ही की जाएगी।