जल सप्लाई एवं सेनिटेशन विभाग में अलग-अलग पदों पर काम कर रहे सोशल स्टाफ की तरफ से आज अपनी मांगों को लेकर अपने कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया गया। इसके साथ ही पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की गई। इस दौरान यूनियन के सदस्यों ने एस सी नरिंदर सिंह को अपनी मांगो को लेकर मांग पत्र भी दिया।
वहीं जानकारी देते हुए यूनियन के प्रधान जगसीर सिंह ने बताया कि सोशल कर्मचारी (बीआरसी, सीडीएस व आईईसी स्पेशलिस्ट) विभाग में अलग-अलग पदों पर कम सैलरी पर काम कर रहे हैं।

जिन्हें विभाग भर्ती के समय से ही गतिशीलता भत्ता (यात्रा भत्ता), विशेष भत्ता और मोबाइल भत्ता देता आ रहा है, लेकिन अप्रैल 2023 से विभाग द्वारा सभी सोशल कर्मचारियों के उक्त भत्ते बंद कर दिए गए हैं। जिसके कारण सभी कर्मचारियों को आर्थिक एवं मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि इस संबंध में यूनियन ने अलग-अलग समय पर विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक भी की है। अधिकारियों ने हमारी मांगों को पूरा करने के लिए कोई ठोस कार्रवाई नहीं की, जिसके कारण पूरे पंजाब के कर्मचारियों को संघर्ष का रास्ता चुनना पड़ा है।
सरकार को दी यह चेतावनी
यूनियन के नेताओं ने कहा कि अगर विभाग द्वारा उनकी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया तो बाकि सभी संगठनों के सहयोग से विभागाध्यक्ष कार्यालय के समक्ष धरना दिया जायेगा और संघर्ष को ओर तेज किया जायेगा। इसके साथ ही अगर जान-माल का नुक्सान होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी विभाग की होगी। वहीं इस मौके पर यूनियन के अन्य नेता भी मौजूद थे।
एस सी नरिंदर सिंह ने कहा की आज कर्मचारियों की तरफ से मांग पत्र दिया गया है जिसको सरकार तक पहुंचा दिया जायेगा। इस संबंधी कोई भी अपडेट आता है तो वह कर्मचारियों तक पहुंचा दिया जाएगा।