देश में नई सरकार के बनने के बाद जनता को उम्मीद थी कि शायद आम बजट के बीच पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाकर सरकार इनके रेट कम कर देगी। लेकिन ये सब बातों में रह गया। जिससे जनता के हाथ निराशा लगी। देखते ही देखते लोगों को कारें तक खरीदना बंद कर दिया। लेकिन अब सरकार ने इसका तोड़ निकाल लिया है।
कहा जा रहा है कि कुछ महीनों में पेट्रोल-डीजल की निर्भरता सरकार खत्म करने वाली है। इसलिए मार्केट में मिश्रित ईंधन (Flex-Fuel) से चलने वाली कार पहुंच गई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, परिवहन मंत्री ने मीडिया को दिए बयान में कहा है कि फ्यूल फ्लेक्स के साथ इथेनॅाल से चलने वाली कारें भी मार्केट में आने वाली हैं। इसको लेकर बात चल रही है।
परिवहन मंत्री ने बताया कार हुई लॉन्च
परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने कहा था कि मार्केट में टोयोटा कंपनी ने इथेनॉल से चलने वाली कार लॉन्च कर दी है। जो गन्ने के जूस से चलती है। इसके प्रति लीटर की कॉस्ट की बात करें तो 15 रुपए प्रति लीटर आती है। कार बनाने वाली कंपनीज से बात चल रही है। जल्द ही मार्केट में एथेनॉल से चलने वाली कारें आएंगी।
जिसके बाद लोगों को महंगा पेट्रोल और डीजल खरीदने से मुक्ति मिल जाएगी। हालांकि ये कारें आम जनता के लिए कब उपलब्ध होंगी। तारीख की घोषणा नितिल गडकरी ने नहीं की है। उन्होंने बताया है कि कुछ ही समय में आपको बड़ा बदलाव देखने को मिलने वाला है।a
Flex-Fuel एक ऑप्शन
जानकारी के मुताबिक, फ्लेक्स-फ्यूल ऐसा ईंधन हैं जिसके जरिए आप अपनी कार को इथेनॉल के साथ मिलाकर ईंधन पर चला सकते हैं। यानि पेट्रोल में कुछ मात्रा इथेनॉल की मिलाकर कार चल सकती है। जिससे महंगे पेट्रोल-डीजल से मुक्ति मिलेगी।
एक्सपर्ट के मुताबकि गैसोलीन और मेथनॉल या एथनॉल के संयोजन से बना (Flex-Fuel) एक वैकल्पिक (ऑप्शनल) ईंधन है। जिससे पेट्रोल-डीजल की निर्भरता कम हो जाएगी। परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक कार्यक्रम में बताया था कि फ्लेक्स इंजन कम लागत में ही तैयार हो जाते हैं, जिसके चलते मार्केट कारों की कीमतें भी कम हो सकती हैं क्योंकि फ्लेक्स इंजन में 1 लीटर फ्यूल खरीदने की कॅास्ट लगभग 22 के आसपास ही आएगी।