पेटीएम ने एक बार फिर अपने 1000 एमपलोएसस को निकाल दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पेटीएम की पैरेंट कंपनी ने ONE97 ने 1000 से ज्यादा कर्मचारियों की छंटनी की है। ये छंटनी पिछले कुछ महीने में हुई है। जानकारी के अनुसार कंपनी ने यह कदम काॅस्ट कम करने और नये बिजनेस सेटअप के लिए की है। केंपनी के प्रवक्ता उन्होंने कहा कि एआई ने हमें अपेक्षा से ज्यादा परिणाम दिया है।
प्रवक्ता ने बताया कि पेटीएम पेमेंटस के कारण हम अगले साल 15000 से ज्यादा नये कर्मचारियों की भर्ती करेंगे।
AI को धीरे धीरे लागू किया जा रहा
बता दें कि इसका एआई टेक्नाॅलोजी को भी इसका बड़ा कारण माना जा रहा है। कंपनी के प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि हम काम की एफिशेंसी बढ़ाने के लिए एआई ऑटोमेशन को धीरे-धीरे लागू कर रहे हैं। जिससे कंपनी की लागत में कमी आएगी। वहीं कर्मचारियों के खर्चों में भी कटौती होगी।
स्टार्टटअप कंपनी ने 28 हजार कर्मचारियों को निकाला
वहीं पेटीएम भारत की सबसे बड़ी स्टार्टअप कंपनी है। ये किसी भी भारतीय स्टार्टअप की अब तक की सबसे बड़ी कमी है। जानकारी के अनुसार इस साल भारतीय स्टार्टअप कंपनियों ने 28 हजार ज्यादा लोगों को नौकरी से निकाला है। इससे पहले 2022 और 2021 में भी लगभग 5 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था। वहीं स्टार्टअप कंपनी जेस्टमनी और बायजू तो बंद होने के कगार पर है।
RBI के फैसले से पड़ा असर
आर्थिक जानकारों की माने तो आरबीआई ने कुछ समय पहले अनसिक्योर्ड लोन को लेकर नई गाईडलाइन जारी की है इसका असर भी पेटीएम पर हुआ है। आरबीआई के इस कदम से पेटीएम ने बाय नाउ और पे बिजनेस लेटर को बंद करने का फैसला लिया था।कर्मचारियों की 10 प्रतिशत की कमी कंपनी के इसी सेगमेंट से हुई है। इसके अलावा कंपनी का शेयर बाजार भी खराब रहा है। कंपनी के शेयरों में लगातार गिरावट देखी जा रही है। पिछले 6 महीने से कंपनी में शेयरों के दाम लगातार गिरते जा रहे हैं।