पापुआ न्यू गिनी के एंगा गांव में एक बार फिर रविवार(26 मई) को भीषण लैंडस्लाइड हुई। जिसमें 670 से अधिक लोगों की मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बचाव दल लगातार मलबे से लोगों को निकाल रही हैं। इस लैंडस्लाइड के कारण 150 से ज्यादा घर मलबे में दब गए हैं।
150 से ज्यादा घर मलबे में दबे होने की आशंका
यूएन की प्रवास एजेंसी के अधिकारी सेरहान अक्टोपराक ने कहा कि इस भूस्खलन के कारण 150 से अधिक घर मलबे में दब गए हैं। हादसे के तुरंत बाद उन्होंने आशंका जताई कि करीब 150 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है।
अक्टोपराक ने आगे कहा कि स्थिति बहुत खराब है, जमीन अभी भी खिसक रही है। पानी बह रहा है और इससे हर किसी के लिए बड़ा खतरा पैदा हो रहा है। जानकारी के अनुसार यह हादसा पापुआ न्यू गिनी के एंगा प्रांत में हुआ। हादसा करीब सुबह तड़के हुआ जब लोग घरों में सो रहे थे। अक्टोपराक ने आगे कहा कि अपनों की तलाश में लोग डंडे, कुदाल और कृषि के उपकरणों का उपयोग कर रहे हैं।
6 से ज्यादा गांव हुए प्रभावित
ऑस्ट्रेलिया के विदेश मामलों और व्यापार विभाग ने कहा कि प्रांत के मुलिताका क्षेत्र में भूस्खलन से छह से अधिक गांव प्रभावित हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र प्रवासन एजेंसी आईओएम ने कहा कि 100 से अधिक घर, एक प्राथमिक विद्यालय, छोटे व्यवसाय और स्टॉल, एक गेस्टहाउस और एक पेट्रोल स्टेशन जमींदोज हो गए।
1000 हजार से ज्यादा लोग विस्थापित हुए
रिपोर्ट के मुताबिक रविवार तक सिर्फ पांच शव और छठे पीड़ित का एक पैर बरामद किया गया था। आगे बताया कि एक समय हलचल भरे रहने वाले गांव से 1,000 से अधिक लोग विस्थापित हो गए हैं।
UN ने दी जानकारी
इस बात की जानकारी संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने रविवार (26 मई) को दी। यूएन कहा कि आपातकालीन टीमों ने पापुआ न्यू गिनी के बड़े पैमाने पर भूस्खलन के मलबे से तीन शव निकाले, चेतावनी दी कि इस आपदा में मरने वालों की संख्या पांच हो सकती है, जहां सैकड़ों लोगों के मारे जाने की आशंका है।
1 हजार से अधिक लोग विस्थापित
इस आपदा के कारण 1000 से अधिक लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है जल आपूर्ति पूरी तरह से नष्ट हो गई है। शुरुआत में एजेंसियों को लगा कि इस हादसे में 300 लोगों की मौत हुई होगी लेकिन बाद में आंकड़ों में सामने आया कि इस गांव में 4 हजार से अधिक लोग रहते थे। इस गांव के अधिकांश लोग सोने की खदानों में काम करते थे। अब तक मलबे से 5 से अधिक शव निकाले जा चुके हैं।
सबसे ज्यादा आर्द्र जलवायु इस देश में
स्थानीय लोगों की मानें तो लैंडस्लाइड का कारण पिछले हफ्तों में हुई भारी बारिश है। विश्व बैंक की मानें तो पापुआ न्यू गिनी की जलवायु दुनिया में सबसे अधिक आर्द्र जलवायु वाले देशों में आती है। यहां सबसे अधिक वर्षा आद्र पहाड़ी क्षेत्रों में होती है। उष्णकटिबंधीय आर्द्र जलवायु में सभी 12 महीनों में औसत वर्षा कम से कम 60 मिमी (2.4 इंच) होती है। ये जलवायु आमतौर पर भूमध्य रेखा के 10° अक्षांश के भीतर होती है। इस जलवायु में तापीय और नमी परिवर्तन के संदर्भ में कोई प्राकृतिक मौसम नहीं है।