मेहताब आर्ट सोसाइटी ने चंडीगढ़ संगीत नाटक अकादमी और हरियाणा कला परिषद के सहयोग से टैगोर थिएटर, सेक्टर 18, चंडीगढ़ मे पंजाबी नाटक "जिस्मां तो पार" का मंचन किया। यह नाटक दो प्रेमियों कमल और सलीम की सच्ची कहानी पर आधारित है, जो गहरे प्यार, करुणा और बलिदान की भावना को दर्शाता है।
प्रसिद्ध पंजाबी लेखिका वीणा व रमा द्वारा लिखित और प्रसिद्ध पंजाबी अभिनेत्री डॉ. कुलबीर कौर विर्क द्वारा निर्देशित इस नाटक ने दर्शकों को अपनी शक्तिशाली कथा से मंत्रमुग्ध कर दिया। पात्रों की भूमिका में सतिवंदर कौर (कमल), रंधीर सिंह सिद्धू (सलीम), जसवीर कुमार (हैरी), राही (अमन), रुपिंदर कौर (रमन), कार्तिक (मुख्य अतिथि ), सौरभ आचार्य ( विक्रम), त्रिपा (कमल की माँ और सलीम की बहन), डॉ. कुलबीर कौर विर्क (हैरी की माँ), विशाल (प्रेम/चाय वाला), रोहित (कुश) और अजय मलिक (दुकानदार/कलर्क) ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
इस नाटक की रचनातक टीम में सोहन फारियादकोटी और जवली फारियादकोटी ने प्रसिद्ध लेखको डॉ. जगतार, सुरजीत पातर, और शिव कुमार बटालवी की कविताओं को ह्रदयस्पर्शी गीतो में बदल दिया। हरप्रीत सिंह विर्क, मेहताब विर्क, कार्तिक और सौरभ आचार्य ने प्रकाश और सेट डिजाइन किया। अजय मलिक, विशाल और रोहित ने प्रोप्स संभाले, चरणजीत सिंह और राही ने पोशाके तैयार की और उमरप्रीत गिल ने मेकअप किया।
"जिस्मां तो पार" ने दर्शकों पर एक अमिट प्रभाव छोड़ा, जो उन्हें प्यार की अपरिवर्तनीय शक्ति और मानवीय संबंधो को शारीरिक सीमाओं से परे अपनाने के महत्व की याद दिलाता है।