जालंधर बस स्टैंड पर सरकारी बस के कच्चे कर्मियों ने एक बार फिर से प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जिसके चलते आज कर्मियों द्वारा गेट रैली की गई। इस मोर्चे मे कर्मियों ने मिल कर सरकार के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए। उनका कहना है कि काफी समय से प्रशासन से कच्चे कर्मियों को पक्का करने की मांग की जा रही थी, मगर कोई खास एक्शन नहीं लिया गया। इस लिए आज फिर ये मोर्चा प्रदर्शन करना पड़ा।
कई बार हो चुकी सरकार के साथ मीटिंग
मामले की जानकारी देते हुए बस कर्मी चानण सिंह ने बताया कि कई बार प्रशासन के आगे अपनी मांगों को लेकर मुद्दा उठा चुके है। जिसके चलते आज मजबूर होकर उन्हें प्रदर्शन करना पड़ा। उनका कहना है कि सरकार द्वारा उनकी कई बार मीटिंग हो चुकी है, जहां मांगे मान ली जाती है, लेकिन मांगों को लागू नहीं किया जा रहा।
सालों से कच्चे कर्मियों को नहीं किया पक्का
कर्मियों का कहना है कि पिछले 10 से 15 सालों से कच्चे कर्मियों को पक्का नहीं किया जा रहा है। इसी के चलते आउटसोर्स कर्मियों को कॉन्ट्रैक्ट पर रखे जाने की मांग काफी समय से की जा रही है। वहीं ठेकेदारों बिचौलियों को बाहर निकाला जाए, ब्लैकलिस्ट किए कर्मियों को वापिस काम पर रखा जाए।
7, 8 और 9 तारीख को चक्काजाम
बस कर्मी ने बताया कि 7, 8 और 9 अप्रैल को चक्काजाम किया जायगा और 27 डिपो को बंद रखा जाएगा। इस दौरान बस स्टैंड को बंद रखा जाएगा।अगर फिर भी उनकी मांगों की ओर ध्यान नहीं दिया गया। तो फिर और कदम उठाए जाएंगे।