लोकसभा चुनाव के लिए बने विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को चेयरपर्सन बनाने का फैसला किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बिहार के सीएम नीतिश कुमार ने संयोजक बनने से मना कर दिया। उनके नाम का प्रस्ताव आया था। शनिवार को हुई वर्चुअल मीटिंग के बाद ठंड के बीच सियासी गर्मी और बढ़ गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, लालू यादव और तेजस्वी यादव (RJD), बिहार के सीएम नीतीश कुमार (JDU), दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (AAP), उमर अब्दुल्ला (नेशनल कॉन्फ्रेंस), सीताराम येचुरी (CPI-M), डी राजा (CPI), शरद पवार (NCP-शरद पवार) और DMK की तरफ से तमिलनाडु के CM एमके स्टालिन मीटिंग में जुड़े।
पंजाब में कांग्रेस और आप आमने सामने
पंजाब में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस अलग-अलग लड़ने का दावा कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस और आप ने पंजाब मे अलग-अलग लड़ने का फैसला कर लिया है। शनिवार को एक बार फिर सीएम भगवंत मान ने तेरह सीटें जीतने का दावा किया।दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी इस बात को कह चुके हैं।
उधर, महाराष्ट्र में शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने 29 दिसंबर को महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग पर कोई समझौता न करने के संकेत दिए थे। उन्होंने दावा किया कि शिवसेना महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी है। लोकसभा चुनाव में दादरा और नगर हवेली सहित 23 सीटों पर शिवसेना लड़ती रही है और वह मजबूती से लड़ेगी।
कांग्रेस पर ज्यादा सीटें छोड़ने का दबाव
I.N.D.I.A में शामिल पार्टियों के बीच सबसे बड़ा मुद्दा सीट बंटवारे का है। गठबंधन में शामिल ज्यादातर दल कांग्रेस पर ज्यादा सीटें छोड़ने का दबाव बना रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजनीतिक परिस्थितियों के चलते कांग्रेस करीब 310 सीटों पर लड़ सकती है और करीब 230 सीटें सहयोगियों के लिए छोड़ सकती है।
कांग्रेस और BJP के बीच गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक, हरियाणा, असम, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, हिमाचल, अरुणाचल, चंडीगढ़ और गोवा में सीधी टक्कर है। यहां पर कांग्रेस को छोड़कर I.N.D.I.A के 25 दलों में से किसी का बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं है। इन राज्यों में 131 सीटें ऐसी हैं, जहां पर BJP 50% से ज्यादा वोटों से जीती है। यानी इन सीटों पर भी I.N.D.I.A के बजाय कांग्रेस को जोर लगाना होगा।
I.N.D.I.A के PM फेस पर भी सहमति नहीं
19 दिसंबर को दिल्ली में I.N.D.I.A की चौथी बैठक हुई थी। मीटिंग से एक दिन पहले ही JDU के विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा था कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री उम्मीदवार घोषित कर देना चाहिए। ऐसा किया जाता है तब ही फायदा होगा। I.N.D.I.A में सिर्फ नीतीश कुमार ही स्वच्छ छवि वाले नेता हैं। उनकी ही छवि ईमानदार वाली है।
ममता बनर्जी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को गठबंधन का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने का प्रस्ताव रखा था। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस प्रस्ताव का समर्थन किया था। बाद में जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई, जिसमें नीतीश की गैरमौजूदगी को लेकर कयासबाजी तेज हो गई। कहा गया कि नीतीश नाराज होकर समय से पहले बैठक छोड़कर चले गए।