महिंद्रा को ज्यादातर लोग इसकी एसयूवी या फिर इसके ट्रैक्टर्स के लिए पहचानते हैं। लेकिन महिंद्रा ने न सिर्फ एसयूवी में बल्कि इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर सेगमेंट में भी महिंद्रा का दबदबा है। इलेक्ट्रिक थ्री व्हीलर सेगमेंट में महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड की सब्सिडियरी कंपनी लास्टम माइल मोबिलिटी लिमेटड(MLMML) ने फाइनेंशियल ईयर 2024 में इलेक्ट्रिक थ्री- व्हीलर मार्केट में दबदबा बनाकर रखा है।
40 हजार ईवी सिर्फ आठ महीनों में बेची
MLMML ने बताया कि कंपनी ने 40 हजार ईवी सिर्फ 8 महीनों में बेची हैं। बिक्री की स्पीड को दो नए प्रोडक्ट- ट्रियो प्लस के साथ-साथ ई-अल्फ़ा सुपर रिक्शा और कार्गो वेरिएंट के लॉन्च से बढ़ावा मिला है। इससे पता चलता है महिंद्रा के इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की मांग बढ़ी है। MLMML ने आधिकारिक बयान में कहा कि डिमांड को पूरा करने के लिए प्रोडक्शन तीन गुना बढ़ा दिया गया है। बता दें कि एमएलएमएमएल के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट बेंगलुरु, हरिद्वार और जहीराबाद में हैं।
1.4 लाख से ज्यादा इलेक्ट्रिक थ्री व्हीलर बेचे है
MLMML ने जानकारी दी है कि वह भारत की नंब-1 इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर मैन्युफाक्चरिंग कंपनी है,जिसने अब तक 1.4 लाख से ज्यादा इलेक्ट्रिक थ्री व्हीलर बेचे हैं। कंपनी ने आगे बताया कि भारतीय इलेक्ट्रिक थ्री- व्हीलर स्पेस में उसकी हिस्सेदारी 9.3 प्रतिशत है। L5 EV कैटेगरी में MLMML की बाजार हिस्सेदारी 55.1 प्रतिशत है।
MLMML की एमडी और सीईओ सुमन मिश्रा ने कहा FY24 में हमारी कस्टमर-फर्स्ट अप्रोच ने लास्ट माइल ट्रांसपोर्टेशन स्पेस को इलेक्ट्रिफाई करने के हमारे प्रयासों को तेज करने में मदद की है।
ईवी पोर्टफोलियों में ये है शामिल
MLMML के ईवी पोर्टफोलियो में ट्रेओ (Treo), ट्रेओ प्लस (Treo Plus), ट्रेओ ज़ोर (Treo Zor), ट्रेओ यारी (Treo Yaari), ज़ोर ग्रैंड (Zor Grand), ई-अल्फ़ा सुपर (e-Alfa Super) और ई-अल्फ़ा कार्गो (e-Alfa Cargo) शामिल हैं।