खबरिस्तान नेटवर्क: महाराष्ट्र के कांग्रेस विधायक विजय वडेट्टीवार ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सवाल उठा दिए हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की ओर से जिन ड्रोन्स के साथ हमले किए गए वो ड्रोन्स बहुत सस्ते थे लेकिन भारत की ओर से मंहगी मिसाइलें दागी गए। वडेट्टीवार के स्वाल पर बीजेपी ने पलटवार किया है। बीजेपी के कांग्रेस विधायक पर पाकिस्तान की भाषा बोलने के आरोप लगाए गए हैं।
अगर कोई पूछता है तो इसमें गलत क्या है
विजय वडेट्टीवार ब्रह्मापुरी सीट से विधायक हैं। उन्होंने नागपुर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि - 'युद्ध बड़ा हुआ या छोटा? कितना नुकसान हुआ? क्या अमेरिका के कहने पर हाथ मिलाया गया (सीजफायर हुआ)? यदि कोई ये पूछता है तो इसमें गलत क्या है? उन्होंने (पाकिस्तान ने) 5,000 से 15,000 की कीमत वाले ड्रोन्स भेजे उससे कुछ नहीं होता। 15,000 के ड्रोन के लिए हमने 15 लाख रुपये की मिसाइलें दागी। हमारे रफाल गिराए गए। सरकार को इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए'। आपको बता दें कि इससे पहले भी वडेट्टीवार ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि - 'पहलगाम में क्या आतंकियों के पास किसी का धर्म पूछने का समय था'?
बीजेपी नेता ने दी प्रतिक्रिया
कांग्रेस विधायक के सवालों पर बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि - 'गुलाम अहमद मीर और विजय वड्डेटीवार की ओर से आ रहे ड्रोन्स से पता चलता है कि कांग्रेस पार्टी ISPR के डायरेक्टर जनरल की भाषा बोल रही है। ISPR पाकिस्तानी सेना की मीडिया एंड रिलेशन विंग है'। पूनावाला ने आगे कहा कि - 'ऐसा लगता है कि कांग्रेस पार्टी ने पाकिस्तान के लिए कॉन्टेंट बनाने की जिम्मेदारी ले ली है क्योंकि भारत में पाकिस्तानी यूट्यूबर्स और इंफ्लुएंसर्स की दुकानें बंद हो गई हैं। वो दुनिया को ये क्यों नहीं बताते कि 26/11 के बाद उन्होंने क्या-क्या बड़े कदम उठाए'?
सेना का अपमान करना बन चुका है कांग्रेस पार्टी की पहचान
सेना का अपमान करना कांग्रेस पार्टी की पहचान बन गया है। कांग्रेस ने साफ कहा कि पाकिस्तान को उसके नैरेटिव को फैलाने में मदद कर रही है। 22 अप्रैल को हुए जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आंतकी हमले में 26 नागरिकों की हत्या कर दी गई। इसके बाद 7 मई को भारत ने सफलतापूर्वक ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया। पाकिस्तान और पीओके में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को धवस्त कर दिया गया। इसके बाद पाकिस्तान की ओर से हमले भी किए गए। भारत ने भी जवाबी कार्रवाई की और फिर 10 मई को पाकिस्तान की ओर से सीजफायर की मांग की गई। बातचीत के बाद भारत ने भी इ पर अपनी सहमति जताई है।