ख़बरिस्तान नेटवर्क : पंजाब इस समय बाढ़ और बारिश के कारण ग्रस्त है। राजनीतिक पार्टियों से लेकर NGO तक सभी बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए जुटे हुए हैं। वहीं केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पंजाब का दौरा करने के ऐलान किया है। इसकी जानकारी उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करके दी है।
पंजाब की मदद का किया ऐलान
शिवराज सिंह चौहान ने लिखा कि पंजाब में अतिवृष्टि के कारण उत्पन्न बाढ़ की स्थिति के संबंध में आज पंजाब के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री से चर्चा कर विस्तृत जानकारी ली। मैं कल सुबह पंजाब पहुंचकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अपने भाई-बहनों से मिलूगा। संकट की इस घड़ी में केंद्र सरकार पूरी मजबूती के साथ पंजाब के भाई-बहनों के साथ खड़ी है और हर संभव सहायता प्रदान करेगी।
पंजाब बाढ़ आपदा प्रभावित राज्य घोषित
पंजाब के सभी 23 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। इनमें बरनाला, बठिंडा, फरीदकोट, फतेहगढ़ साहिब, फिरोजपुर, फाजिल्का, गुरदासपुर, होशियारपुर, जालंधर, कपूरथला, लुधियाना, मलेरकोटला, मानसा, मोगा, पठानकोट, पटियाला, रोपड़, नवांशहर, मोहाली, संगरूर और मुक्तसर शामिल हैं।
23 जिलों के करीब 1400 गांव पानी की मार झेल रहे हैं। अकेले गुरदासपुर के 324 गांव डूबे हैं, जबकि अमृतसर के 135, बरनाला के 134, होशियारपुर के 119 और कपूरथला के 115 गांव सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। बाकी जिलों में भी दर्जनों गांव बाढ़ से घिरे हैं।
3.5 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित
गुरदासपुर में 1.45 लाख और अमृतसर में 1.17 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। फिरोजपुर, फाजिल्का और पठानकोट में भी हजारों की संख्या में लोग संकट झेल रहे हैं। मोहाली, कपूरथला और बाकी जिलों में मिलाकर अब तक कुल साढ़े तीन लाख से अधिक आबादी प्रभावित हुई है।
बाढ़ से 30 की मौत, 3 लापता
पंजाब में बाढ़ और बारिश के कारण तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है। पठानकोट में सबसे ज्यादा 6 लोग जान गंवा चुके हैं, जबकि लुधियाना में 4 मौतें हुईं। अमृतसर, बरनाला, मानसा, रूपनगर और होशियारपुर में तीन-तीन मौतें दर्ज हुई हैं। बठिंडा, गुरदासपुर, पटियाला, मोहाली और संगरूर में एक-एक व्यक्ति की जान गई है। इसके अलावा तीन लोग अभी भी लापता हैं।