हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर किसानों की महापंचायत जारी है। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को स्ट्रेचर के जरिए मंच पर ले जाया गया है। उन्होंने किसानों को स्टेज से संबोधित भी किया है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने मुझे उठाने का कई बार प्रयास किया है। जब लोगों को पता लगा कि पंजाब और हरियाणा से सैंकड़ों नौजवान हमारे पास पहुंचे हैं और उन्होंने ही मोर्चा संभाला है। आज जो भी लोग मोर्चे पर आए हैं वो सिर्फ ऊपर वाले की कृपा है।
हम मोर्चा जीतकर रहेंगे
डल्लेवाल का कहना है कि सरकार कितना भी जोर लगा ले मोर्चा तो हम जीतकर ही मानेंगे। इसके अलावा उन्होंने कहा कि किसानों के सुसाइड की घटनाएं भी रुकनी चाहिए। सरकारी आंकड़ों की मानें तो 4 लाख किसान आत्महत्या कर चुके हैं लेकिन असल आंकड़ों में अभी तक 7 लाख से ज्यादा किसान दम भी तोड़ चुके हैं। किसानों को बड़ी संख्या में आगे आना चाहिए ताकि आंदोलन को बल मिल पाए।
रद्द हुई 4 बजे वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस
संबोधन खत्म होने के बाद डल्लेवाल को मंच से उतारा गया। वहीं इस दौरान 4 बजे वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस भी रद्द कर दी गई है। डल्लेवाल पिछले 40 दिनों से भूख हड़ताल पर हैं। डल्लेवाल ने सुप्रीम कोर्ट का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि- 'सुप्रीम कोर्ट ने मेरी सेहत को लेकर चिंता जताई है मैं इस पर उनका आभार व्यक्त करना चाहता हूं लेकिन जिन किसानों ने आत्महत्या की है उनका क्या कसूर था? जब हम दिल्ली से वापिस आए थे दूसरे राज्यों के नेताओं ने हमें शिकायत दी थी कि पंजाब 3 कानून वापिस करवाकर लौट गया तो हमने कहा था कि हमने किसी को धोखा नहीं दिया मेरा सभी संगठनों से हाथ जोड़कर यही निवेदन है कि आप सभी एक साथ आओ और सरकार के लिए चिंता पैदा करो ताकि उन्हें भी पता चले कि यह आंदोलन सिर्फ पंजाब का नहीं बल्कि पूरे देश का ही है'।
सब भगवान की मर्जी से हो रहा है
डल्लेवाल ने आगे अपने संबोधन में कहा कि - 'मैं जो भी लड़ाई लड़ रहा हूं यह लड़ाई मैं नहीं लड़ रहा यह सिर्फ एक शरीर नजर आ रहा है लड़ाई लड़ते हुए। यह तो ऊपर वाले की मर्जी है जिसे भगवान चाहता है उसको ही मनुष्य का शरीर देता है सब उसी की मर्जी से हो रहा है जो हो रहा है आज लोगों का बहुत प्यार भी दिखा'।