प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा चूक मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक बार फिर पंजाब सरकार को चिट्ठी लिखी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस चिट्ठी में गृह मंत्रालय ने पंजाब सरकार से पूछा है कि पिछले साल जनवरी में पीएम मोदी की सुरक्षा चूक के लिए जिम्मेदार वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ राज्य ने अभी तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की है?
सरकार कर चुकी है 7 पुलिस अफसरों को सस्पेंड
आपको बता दें कि पीएम मोदी की सुरक्षा चूक मामले में पंजाब सरकार ने 7 पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड किया है। इसमें बठिंडा एसपी गुरबिंदर सिंह, डीएसपी परसन सिंह, डीएसपी जगदीश कुमार, इंस्पेक्टर तेजिंदर सिंह, इंस्पेक्टर बलविंदर सिंह, इंस्पेक्टर जतिंदर सिंह और एएसआई राकेश कुमार के नाम शामिल हैं।
पिछले साल 5 जनवरी को हुई थी सुरक्षा चूक
5 जनवरी 2022 को बठिंडा से सड़क मार्ग के जरिए फिरोजपुर आ रहे थे। तब किसानों ने रास्ते में जाम लगा दिया। इस वजह से पीएम मोदी के काफिले को फिरोजपुर के प्यारेआणा फ्लाईओवर पर रोकना पड़ा। फ्लाईओवर पर काफिला करीब 20 मिनट तक रूका रहा। इसके बाद सुरक्षा कारणों की वजह से पीएम मोदी के काफिले को फिरोजपुर जाने की बजाय वापस यू-टर्न करवा दिया गया।
अपने सीएम को थैंक्यू कहना, कि मैं जिंदा लौट आया
सुरक्षा में चूक होने के बाद पीएम अपना दौरा बीच में ही छोड़कर वापिस दिल्ली चले गए। पर एयरपोर्ट पर उस दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि अपने सीएम को थैंक्यू कहना कि मैं वापिस जिंदा लौट आया हूं। उनके इस बयान ने देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी सुर्खियां बटोरी।
सुप्रीम कोर्ट ने बनाई थी जांच कमेटी
सुरक्षा चूक मामले में सुप्रीम कोर्ट ने जांच कमेटी बनाई। इस जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में पंजाब के तत्कालीन मुख्य सचिव अनिरुद्ध तिवारी और डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय को दोषी करार दिया था। इसके बाद इस कमेटी ने अगस्त 2022 में जांच रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट के साथ-साथ केंद्र सरकार को भी सौंपा था।