जालंधर वेस्ट हलके में वोटिंग से ठीक एक दिन पहले भाजपा में बड़ा भूचाल आ गया है। सूत्रों के मुताबिक भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्य संसदीय सचिव के.डी भंडारी पर पार्टी के खिलाफ जाने के आरोप लगे हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक भंडारी आम आदमी पार्टी के संपर्क में हैं और उनको भाजपा हाईकमान की तरफ से कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
हालांकि इस मामले में भंडारी का कहना है कि इस मामले में कोई सच्चाई नहीं है। बेवजह उनकी एक विरोधी पार्टी के नेता से अचानक हुई मुलाकात को बढ़ा-चढ़ाकर तूल दिया जा रहा है। जिसके बारे में वह पहले ही पार्टी हाईकमान को सबकुछ बता चुके हैं।
जीना और मरना भाजपा के साथ
भंडारी ने कहा कि भाजपा को छोड़कर वह किसी और पार्टी में जाने की सोच भी नहीं सकते। उनका जन्म इसी पार्टी से हुआ है और उनका मरना भी भाजपा में ही होगा। वह कभी पार्टी के सिद्धांतों और उसूलों के खिलाफ नहीं गए हैं। न ही कभी पार्टी के खिलाफ कोई गलत गतिविधि को अंजाम दिया है।
नहीं मिला कोई नोटिस
पार्टी उनके लिए सर्वोपरि है। वे हमेशा पार्टी के हित में काम करते आए हैं और आगे भी करते रहेंगे। उनकी ड्यूटी वेस्ट हलके में चल रहे उपचुनाव में है और वह वहीं पर अपनी जिम्मेवारी निभा रहे हैं। भंडारी ने कहा कि उनको पार्टी की तरफ कोई भी नोटिस नहीं मिला है।
पार्टी ने जारी किया कारण बताओ नोटिस
चर्चा है कि भाजपा ने इस मामले में पूर्व मुख्य संसदीय सचिव केडी भंडारी को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है और उन्हें 2 दिन में जवाब देने के लिए कहा गया है। यह भी कहा जा रहा है कि जवाब न मिलने पर भाजपा भंडारी के खिलाफ एक्शन लेते हुए पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित भी कर सकती है। हालांकि नोटिस जारी करने की किसी भाजपा पदाधिकारी ने पुष्टि नहीं की है।