ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल वर्ल्ड एड्स दिवस 1 दिसम्बर को पूरे विश्व में मनाया जाता है। इस मौके पर कादियावाली ब्लाक जमशेर खास जालंधर के हेल्थ और वैलनेस सेंटर पर लोगों को एड्स से जुडी जानकरी दी गयी। इस सेंटर की सीएचओ डॉक्टर प्रिया गुप्ता ने बताया कि एचआईवी वायरस के कारण इंसान को एचआईवी-एड्स होता है।
.jpeg)
अगर एड्स का शुरुआती दौर में इलाज न किया जाए तो इससे मौत की आशंका कई गुना बढ़ जाती है। एचआईवी का पूरी तरह इलाज है और दवा लेने से एचआईवी संक्रमित व्यक्ति पूरी उम्र तक जी सकता है। लेकिन अगर इसके इलाज में देरी हो जाए तो मामला बिगड़ जाता है। एचआईवी से एड्स तक वायरस तीन चरणों से गुजरता है। पहले चरण में एक्यूट एचआईवी इंफेक्शन होता है, दूसरे चरण में क्रोनिक एचआईवी इंफेक्शन होता है।
इस साल की थीम

डॉक्टर प्रिया ने बताया कि इस साल की थीम के लिए कम्युनिटी अधिक कारगर हो सकती है। वहीँ समाज में इस बीमारी को लेकर फैले मिथकों को दूर किया जाता है और इस बीमारी के लक्षण और बचाव वगैरह के बारे में कम्युनिटी पूरी तरह से काम कर सकती है। वहीँ इस मौके पर लगभग 20 लोग मौजूद थे जिनमे महिलाओं के साथ साथ पुरूषों ने भी ऐसा से जुडी जानकरी को बड़े ही ध्यान से सुना और समझा।