यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं। कपाट खुलते ही धाम में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। वहीं, दोपहर में मौसम भी बदला और झमाझम बारिश शुरू हो गई। भीड़ इतनी उमड़ी की कई किलोमीटर तक यात्री रास्ते में ही फंसे रहे।
कई घंटों तक धक्का-मुक्की के बीच खड़े रहे श्रद्धालु
श्रद्धालुओं अपने स्थान पर कई घंटों तक धक्का-मुक्की के बीच खड़े रहे। ऐसे में किसी भी तरह की अनहोनी हो सकती थी। पुलिस और प्रशासन भले ही भीड़ को काबू में करने में जुटा हुआ है। लेकन यमुनोत्री के सड़क मार्ग एवं पैदल मार्ग पर जगह-जगह लगे जाम ने चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं की पहले दिन ही पोल खोल दी। जानकीचट्टी यमुनोत्री पैदल मार्ग, रानाचट्टी, हनुमान चट्टी, फूलचट्टी, कृष्णाचट्टी तक जगह-जगह चार किलोमीटर लंबा जाम है। वहीं एसएचओ संतोष कुंवर ने बताया कि बारिश होने के कारण सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए श्रद्धालुओं को जानकीचट्टी से आगे जाने से रोक दिया गया है।
23 लाख के पार पहुंचा पंजीकरण का आंकड़ा
चारधाम यात्रा शुरू होने के साथ ही पंजीकरण का आंकड़ा 23 लाख के पार पहुंच गया है। शुक्रवार शाम चार बजे तक चारधाम यात्रा के लिए 23 लाख 57 हजार 393 पंजीकरण हुआ। जिसमें से केदारनाथ धाम के लिए 8 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने पंजीकरण किया. बद्रीनाथ धाम के लिए 7 लाख, 10 हजार, 192 पंजीकरण हुए। यमुनोत्री के लिए 3 लाख, 68 हजार 302, गंगोत्री धाम के लिए 4 लाख, 21 हजार, 205 और हेमकुंड साहिब के लिए 50 हजार 604 पंजीकरण हुए हैं।
सुबह 7 बजे खुले केदारनाथ धाम के कपाट
इससे पहले, सुबह 7 बजे भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में एक श्री केदारनाथ धाम के कपाट खोल दिए गए। इस दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी पत्नी गीता के साथ बाबा केदार के दर्शन किए।
गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के भी कपाट खोले गए
भगवान श्री केदारनाथ धाम के बाद गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के भी कपाट खोल दिए गए हैं। गंगोत्री धाम के कपाट दोपहर 12 बजकर 25 मिनट पर, जबकि यमुनोत्री धाम के कपाट 10 बजकर 29 मिनट पर खोले गए। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
मौसम विभाग ने जारी किया बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले तीन दिन तक मौसम का मिजाज बिगड़ा रहने की संभावना जताई है। मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार 13 मई तक मौसम बदला रहेगा। उन्होंने चारधाम यात्रा पर आ रहे श्रद्धालुओं को अपने साथ गर्म कपड़े और रेन कोट लाने की सलाह दी है।