पंजाब कांग्रेस के सीनियर नेता सुखपाल सिंह खैहरा से जुड़े एक केस में आज पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई है। खैहरा पर दर्ज केस और धमकाने व झूठी गवाही देने के लिए दवाब डालने का आरोप है। जिसको लेकर उन्होंने हाईकोर्ट में इसे चुनौती दी थी।
ड्रग केस में पुलिस कर चुकी गिरफ्तार
बता दें कि साल 2023, सितंबर में खुखपाल सिंह खैहरा को 2015 में ड्रग तस्करी से जुड़े एक केस में जलालाबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उनकी गिरफ्तारी चंडीगढ़ स्थित घर से हुई थी। वहीं, जैसे ही चार जनवरी को उन्हें इस मामले में पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट से जमानत मिली थी। इसके बाद वह जेल से बाहर आ पाते कि उससे पहले ही उन पर कपूरथला में एक और केस दर्ज कर लिया था।
इसके बाद उन्हें दोबारा गिरफ्तारी डाली गई थी। इस मामले में फिर उन्हें हाईकोर्ट से जमानत मिल गई थी। खैहरा कांग्रेस से सीनियर नेताओं में से एक है। वह कपूरथला के भुलत्थ के विधायक है। हालांकि 2024 लोकसभा चुनाव में पार्टी की तरफ से उन्हें संगरूर से चुनावी मैदान में उतारा गया था। इस दौरान उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। वहीं, उनका परिवार शुरू से ही राजनीति में रहा है। इनके पिता पंजाब के पूर्व शिक्षामंत्री रह चुके हैं।
खैहरा के बेटे ने लाइव होकर कही थी ये बात
खैहरा के बेटे एडवोकेट महताब सिंह खैरा ने अपने पिता के फेसबुक अकाउंट से लाइव करते हुए एक पोस्ट डाला था। इसमें उन्होंने लिखा कि मेरे पिता सुखपाल सिंह खैरा को पंजाब के मुख्यमंत्री के आदेश पर आठ साल पुराने ड्रग्स मामले में पंजाब पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है। यह वही मामला है जिसे सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया था।
गैंगस्टरों की धमकी को लेकर दर्ज करवाई थी एप्लिकेशन
सुखपाल खैहरा ने हाईकोर्ट में एप्लिकेशन लगाकर कहा था कि उन्हें गैंगस्टरों से जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। कनाडा में छिपे गैंगस्टर अर्श डल्ला की तरफ से उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई है। उन्होंने अपना लाइसेंसी हथियार जमा करवा दिया है, लेकिन उन्हें अपनी जान का खतरा सता रहा है। ऐसे में उनकी आत्म सुरक्षा को देखते हुए, उनका हथियार वापस कर दिया जाए।