पंजाब में कांग्रेस छोड़ आम आदमी पार्टी में गए पूर्व विधायक दलवीर गोल्डी का बड़ा बयान सामने आया है। ये बयान ऐसे समय में आया जब नवंबर में राज्य की चार सीटों पर उप चुनाव होने है। उन्होंने कहा है कि वह अब किसी भी पार्टी का हिस्सा नहीं हूं। कांग्रेस छोड़कर आप में जाने से मेरे किरदार का काफी नुकसान हुआ है। फिलहाल उनका कांग्रेस के साथ कोई तालमेल नहीं है।
गोल्डी ने कहा कि 2027 में धुरी से ही चुनाव लडेंगे। अगर कांग्रेस टिकट देती है तो वह कांग्रेस पार्टी से चुनाव लडेंगे। उन्होंने कहा कि चाहे उन्हें मुख्यमंत्री के खिलाफ ही चुनाव लड़ना पड़े। दलवीर गोल्डी ने कहा कि वह छह महीने से घर में बैठे है।
धुरी सीट से कांग्रेस के विधायक रहे
बता दें कि दलवीर गोल्डी संगरूर जिले की धुरी सीट से पूर्व विधायक दलवीर गोल्डी कांग्रेस से इस्तीफा देकर मई में आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल हो गए थे। पंजाब के सीएम भगवंत मान ने उन्हें पार्टी में शामिल करवाया था।
2017 में जीत की थी हासिल
साल 2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव में दलवीर गोल्डी धुरी सीट पर आम आदमी पार्टी के जसवीर सिंह जस्सी को 2838 वोट से हराकर विधायक बने थे। साल 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में गोल्डी ने धुरी सीट से ही सीएम भगवंत मान के खिलाफ चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। वह तब दूसरे स्थान पर रहे।
सीएम मान को बताया बड़ा भाई
चंडीगढ़ में AAP जॉइन करने के बाद दलवीर गोल्डी ने कांग्रेस के प्रति अपनी नाराजगी जताई थी और मुख्यमंत्री भगवंत मान को अपना बड़ा भाई बताया। उन्होंने मुख्यमंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि वह मान के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं, इसके बावजूद सीएम ने उन्हें अपना छोटा भाई बनाया है।
इसके साथ ही गोल्डी ने संगरूर लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार सुखपाल खैहरा पर तंज कसते हुए कहा कि खैहरा बार-बार गांवों में पहुंचने का चैलेंज दे रहे थे, तो लीजिए अब मैं गांवों में आ रहा हूं।