पंजाब सरकार की तरफ से शुरू की गई मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा स्कीम पर हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इस सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार से कहा कि आम लोगों के पैसों को इस तरह की स्कीमों पर कैसे लगाया जा रहा है। यह पैसा लोगों की भलाई के लिए भी लगाया जा सकता है।
हाईकोर्ट के इन सवालों का जवाब देते हुए पंजाब सरकार ने कहा कि इस स्कीम के लिए 40 करोड़ रुपए रखे गए हैं। ऐसी स्कीम यूपी और एमपी में भी चल रही है। इस सुनवाई को हफ्तों तक स्थगित कर दिया गया है।
होशियारपुर के समाजिक कार्यकर्ता ने डाली थी याचिका
आपको बता दें कि होशियारपुर के रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता परविंदर सिंह कित्तणा ने वकील एचसी अरोड़ा के जरिए हाईकोर्ट में तीर्थ यात्रा स्कीम को लेकर याचिका दायर की थी। जिस पर हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था।
सामाजिक कार्यकर्ता ने बताया था स्कीम को पैसे का दुरुपयोग
कित्तणा ने याचिका में कहा था कि सरकार ने उक्त यात्रा से आम लोगों के पैसे का दुरुपयोग किया है। इस यात्रा से किसी प्रकार से भी प्रदेश का भला नहीं हो रहा है। सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार को नोटिस जारी कर 12 दिसंबर तक मामले में जवाब फाइल करने के आदेश दिए हैं।
इन जगहों पर दर्शन कराएगी सरकार
मिली जानकारी के अनुसार बसों द्वारा श्रद्धालु श्री अमृतसर साहिब, श्री आनंदपुर साहिब और श्री दमदमा साहिब, श्री वैष्णो देवी, माता चिंतपूर्णी, माता नैना देवी, माता ज्वाला जी, सालासर धाम, खाटू श्याम और अन्य स्थानों के दर्शन करेंगे। इस पर सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा था कि पंजाब एक धर्म-निरपेक्ष राज्य है, जहां नफरत के अलावा अन्य हरेक तरह के बीज अंकुरित हो सकते हैं।
श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के दिन शुरू हुई यात्रा
श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के शुभ अवसर पर ये यात्रा शुरू की गई थी। इस पर पंजाब के सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा था कि उनकी सरकार महान गुरुओं के दिखाए रास्ते पर चल कर दिल्ली और पंजाब के लोगों की सेवा कर रही है।