हिमाचल प्रदेश की मंडी से भाजपा सांसद व एक्ट्रेस कंगना रनौत का किसान आंदोलन पर दिए बयान का विरोध जारी है। वहीं, अब उत्तर प्रदेश के हापुड़ में भारतीय किसान यूनियन (लोकहित) के सदस्य कंगना का पुतला जलाने के लिए इकट्ठा हुआ था। लेकिन मौके पर कुछ अलग ही देखने को मिला। जब पुलिस और किसानों के बीच झड़प की स्थित बन गई। आखिर पुलिस ने किसानों से पुतला छील लिया और भाग गई।
पुतले पर देखने को मिली कुशती
ये घटना 27 अगस्त की बताई जा रही है। इसकी वीडियो भी सामने आई है। वीडियो में देखा जा सकता है कि किसान कंगना के विरोध में नारे लगा रहे हैं। किसान जैसे ही गाड़ी से पुतला निकालते है पुलिस वाले उनसे पुतला छीनने लगते हैं। किसान भी पुतले को बचाने की कोशिश करते हैं। लेकिन पुतले के दो टुकड़े हो जाते हैं।
जानकारी के मुताबिक, भारतीय किसान यूनियन (लोकहित) से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कगंना के उस बयान का विरोध किया जिसमें उन्होंने कहा था कि किसान आंदोलन के दौरान जो हुआ वो सबने देखा। विरोध के नाम पर हिंसा फैल गई। वहां बलात्कार हो रहे थे, लोगों को मार कर फांसी पर लटकाया जा रहा था।
हालांकि, बाद में उनकी पार्टी BJP ने उनके इस बयान से खुद को अलग कर लिया और कहा कि ये कंगना का निजी बयान है. पार्टी ने अपने बयान देने पर पार्टी ने ऐतराज जताया है। बीजेपी ने नोटिस जारी कर कहा है कि किसान हमारा मत नहीं है। कंगना को नीतिगत विषयों पर बोलने की अनुमती नहीं है इस तरह के बयान भविष्य में न दें।
किसान 140 करोड़ रुपए को खिलाते हैं
पुतला छीने जाने के बाद भारतीय किसान यूनियन (लोकहित) के राष्ट्रीय प्रवक्ता हरीश हूण ने मीडिया से कहा एक टीवी इंटरव्यू में मंडी से BJP सांसद कंगना रनौत ने किसानों को बलात्कारी और हत्यारा कहा। किसान जो देश के 140 करोड़ लोगों को खिलाते हैं, उनके लिए इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
जब हम यहां विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, तो पुलिस ने हमारी कार से पुतले को चोरी से उतार लिया। हम शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करना चाहते थे और उनका पुतला जलाना चाहते थे, जो हमारा अधिकार है।
कंगना को किसानों से माफी मांगनी चाहिए
उन्होंने सरकार से तीन मांगे की है। उन्होंने कहा कि कंगना को खुले मंच से किसानों से माफी मांगनी चाहिए। भाजपा को उन्हें सस्पेंड करना चाहिए नहीं तो उनकी टिप्पणी को पार्टी का रुख माना जाएगा और पुलिस को उनके खिलाफ मामला दर्ज करना चाहिए।
किसान आंदोलन पर क्या बोलीं कंगना रनौत?
एक मीडिया इंटरव्यू में बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने कहा कि अगर केंद्र सरकार कमजोर होती तो भारत में बांग्लादेश जैसे हालात हो सकते थे। किसान आंदोलन के दौरान जो हुआ वो सबने देखा। विरोध के नाम पर हिंसा फैल गई। वहां बलात्कार हो रहे थे, लोगों को मार कर फांसी पर लटकाया जा रहा था।
कृषि कानूनों को वापस लेने के केंद्र सरकार के फैसले को सही ठहराते हुए कंगना ने कहा कि जब बिल वापस लिया गया तो सभी उपद्रवी हैरान रह गए क्योंकि उनकी योजना पर काफी समय से काम चल रहा था।