ख़बरिस्तान नेटवर्क :म्यांमार में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.1 मापी गई। कई इलाकों में दहशत का माहौल बन गया। शुक्रवार को 7.7 तीव्रता के भूकंप के बाद म्यांमार में भारी तबाही हुई है। मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। अब तक करीब 10 हजार लोगों की मौत हो गई है। बता दें कि भूकंप के झटके थाईलैंड, बांग्लादेश, चीन और भारत तक महसूस किए गए।
एयरपोर्ट पूरी तरह से बंद
यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक 7.7 तीव्रता के भूकंप के बाद म्यांमार में कम से कम 16 और झटके आए हैं। जिसके कारण एयरपोर्ट को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है और उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। साथ ही थाईलैंड सरकार ने आपातकाल की घोषणा की है और बचाव कार्य जारी है।
बैंकॉक में 10 की मौत, 2,000 से ज्यादा इमारतों को नुकसान
बैंकॉक में भूकंप के बाद एक 30 मंजिला इमारत गिर गई और कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई है। बैंकॉक के डिप्टी गवर्नर तविदा कामोलवेज ने स्थानीय समय के मुताबिक रात 10 बजे इसकी पुष्टि की। साथ ही 16 लोग घायल हैं। जबकि 101 लोग लापता हैं। बैंकॉक शहर के अधिकारियों ने कहा कि उन्हें अब तक 2,000 से ज्यादा इमारतों के नुकसान की रिपोर्ट मिली है।
म्यांमार और थाईलैंड में अलर्ट जारी
विशेषज्ञों का कहना है कि आगे भी झटके महसूस किए जा सकते हैं, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं। हालांकि स्थिति को देखते हुए म्यांमार और थाईलैंड में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
भारत ने भेजी मदद
भारत ने म्यांमार की मदद के लिए सी-130जे विमान के जरिए 15 टन से अधिक राहत सामग्री भेजी है, जिसमें टेंट, स्लीपिंग बैग, भोजन, स्वच्छता किट और आवश्यक दवाएं शामिल हैं। वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी ने म्यांमार की जनता सरकार के प्रमुख जनरल मिन आंग ह्लाइंग से बातचीत की। इस दौरान पीएम ने कहा कि करीबी दोस्त और पड़ोसी के रूप में, भारत इस कठिन समय में म्यांमार के लोगों के साथ मजबूती से खड़ा है।