दिल्ली-एनसीआर में आज सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। सुबह करीब 5:36 बजे पर रिक्टर स्केल पर 4.0 तीव्रता वाला भूकंप आया। इसका केंद्र ज़मीन से 5 किलोमीटर नीचे था। दिल्ली में भूकंप के झटके 10 सेकंड तक महसूस किए गए। झटके इतने तेज थे कि लोगों की नींद भी खुल गई और दहशत में लोग घरों से बाहर निकल गए।
पीएम मोदी ने किया ट्वीट
पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में लोगों से सावधानी बरतने की अपील करते हुए कहा, दिल्ली और आसपास के इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। सभी से आग्रह है कि वे शांत रहें, सुरक्षा सावधानियों का पालन करें तथा संभावित झटकों के प्रति सतर्क रहें। अधिकारी स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं।
पंजाब-हरियाणा में भी महसूस हुए झटके
वहीं अब दिल्ली समेत यूपी और हरियाणा के कई शहरों के बाद बिहार और ओडिशा में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। जहां बिहार के सीवान में भूकंप के झटके लगे, वहीं ओडिशा के पुरी में भी धरती हिली। पंजाब के कुछ इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। चंडीगढ़ में भी भूकंप महसूस किया गया।
जाने क्यों आता है भूकंप
पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं। जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं। नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती हैं और डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।
किस तीव्रता का भूकंप कितना खतरनाक है
• 0 से 1.9 तीव्रता का भूकंप काफी कमजोर होता है। सीज्मोग्राफ से ही इसका पता चलता है।
• वहीं 2 से 2.9 तीव्रता का भूकंप रिक्टर स्केल पर हल्का कंपन करता है।
• 3 से 3.9 तीव्रता का भूकंप आने पर ऐसा लगता है जैसे कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर गया हो।
• 4 से 4.9 तीव्रता का भूकंप आने पर खिड़कियां टूट सकती हैं। साथ ही दीवारों पर टंगे फ्रेम गिर सकते हैं।
• 5 से 5.9 तीव्रता का भूकंप आने पर घर का फर्नीचर हिल सकता है।
• 6 से 6.9 तीव्रता का भूकंप आने पर इमारतों की नींव दरक सकती है।
• 7 से 7.9 तीव्रता का भूकंप खतरनाक होता है। इससे बिल्डिंग गिर जाती हैं और जमीन में पाइप फट जाती है।
• 8 से 8.9 तीव्रता का भूकंप काफी खतरनाक होता है। जापान, चीन समेत कई देशों में 8.8 से 8.9 तीव्रता वाले भूकंप ने खूब तबाही मचाई थी।
• 9 और उससे ज्यादा तीव्रता का भूकंप आने पर पूरी तबाही होती है। इमारतें गिर जाती है। पेड़ पौधे, समुद्रों के नजदीक सुनामी आ जाती है।