खबरिस्तान नेटवर्क। सेहत के चक्कर में बाहर का खाना खाने से बचते हैं। स्वस्थ शरीर के लिए घर का खाना सबसे ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। चुंकि घर के खाने में हम मसालों से लेकर तेल तक हर छोटी से छोटी चीज का ध्यान रखते हैं। इसलिए घर के खाने को सबसे ज्यादा पोष्टिक माना जाता है। इसके बावजूद भी सेहत से जुड़ी किसी न किसी समस्या से परेशान ही रहते हैं। अगर ऐसा है, तो इसके पीछे एक वजह गलत कुकिंग मेथड भी हो सकता है। जी हां, दरअसल जितना जरूरी फ्रेश और हेल्दी चीजों का इस्तेमाल करना है, उतना ही जरूरी खाने को ठीक से पकाना भी है। कई बार खाना बनाते वक्त हम ऐसी गलतियां कर रहे होते हैं, जो खाने को पोष्टिक की जगह नुकसानदायक बना रही होती हैं। इसलिए जरूरी है खाना बनाने के दौरान हर छोटी से छोटी चीज पर ध्यान दिया जाए।
खाने को ज्यादा तलना काफी नुकसानदायक
कई लोगों को तला-भुना खाना ज्यादा पसंद होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं खाने को तलकर खाना पाचन के लिए काफी ज्यादा नुकसानदायक हो सकता है। इसके ज्यादा सेवन से आपको पेट दर्द, अपच, कब्ज, एसिडिटी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। लंबे समय तक इसके सेवन से डायबिटीज और हार्ट डिसीज का खतरा बढ़ सकता है। इससे खाने में टॉक्सिन की मात्रा बढ़ जाती है, इसलिए तली-भूनी चीजों से परहेज करें और खाने को एयर फ्राई करके खाएं।
सब्जियों को एक साइज में न काटने से होगा नु्कसान
सब्जियां काटते समय हम इसे जैसे-तैसे काट लेते हैं। ये सोचकर की पक तो जाएंगी ही, लेकिन ये तरीका सही नहीं है। ऐसा करने से सब्जियों के न्यूट्रिएंट्स बाकी नहीं रह जाते क्योंकि आधी सब्जी जरूरत से ज्यादा पक जाती है, तो आधी कच्ची ही रह जाती है। भले ही आप सब्जी में हेल्दी कुकिंग ऑयल्स और हर्ब्स का यूज करें, लेकिन इससे हेल्थ को कुछ खास फायदा नहीं मिलेगा ये जान लें। इसलिए सब्जियों को हमेशा एक आकार में काटना चाहिए।
हर सब्जी को छीलकर बनाने से पोषक तत्व होते हैं कम
हर सब्जी को छीलकर बनाना भी सेहत को नुकसान कर सकता है। दरअसल, कुछ सब्जियों के छिलके पतले होते हैं, जिससे इनका सेवन करना आसान होता है। जैसे कि खीरा, आलू, कद्दु आदि। इन सब्जियों के छिलकों में एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन्स और मिनरल्स की अधिक मात्रा होती है जिससे अगर इनका सेवन छिलकर किया जाए, तो इनके पोषक तत्व कम हो सकते हैं। इसलिए इन सब्जियों को छिलके समेत ही पकाएं।
तेज आंच पर पकाना
जल्दी खाना बनाने के चक्कर में हम सब्जियों को तेज आंच पर पकाने की कोशिश करते हैं। जबकि कई सारी सब्जियों को लो फ्लेम की जरूरत होती है तभी उनके न्यूट्रिशन बरकरार रहते हैं। दूसरा कई बार ढककर भी नहीं पकाते। जो एक अच्छा तरीका है। सब्जियों को ढककर पकाने से उनसे निकलने वाला पानी ही उन्हें पकाने का काम करता है, लेकिन तेज आंच पर वो पानी जल जाता है फिर एक्स्ट्रा पानी डालकर उसे पकाने की कोशिश की जाती है, जो हेल्दी नहीं होता।
सब्जियों को हल्का उबालकर इस्तेमाल करें
हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार कुछ खास सब्जियों जिसमें ब्रॉकली और गोभी जैसी सब्जियां शामिल हैं, इन्हें बनाने से पहले हल्का उबाल लेना सही मेथड होता है। इससे उनका कलर, टेक्सचर और स्वाद भी बरकरार रहता है। वहीं जब आप ऐसा नहीं करते। सीधे कड़ाही, कुकर में पकाते हैं, तो इनमें मौजूद विटामिन्स, मिनरल्स की कुछ खास मात्रा बाकी नहीं रह जाती। विटामिन सी और पोटैशियम को लगभग खत्म ही हो जाते हैं।
खाने को जरूरत से ज्यादा पकाना
सब्जियों को ज्यादा भूनने से उनमें ज्यादा स्वाद बढ़ जाता है। लेकिन यह आदत आपके खाने से पोषक तत्व खत्म कर सकती हैं। दरअसल, हर चीज का अपना फिक्स कूकिंग टाइम होता है, जैसे कि मटर और तोरी को पकनें में 5 मिनट से कम समय लगता है, तो वहीं शकरकंद और गाजर जैसी सब्जियों को पकने में 15 से 20 मिनट लग सकते हैं। इससे अधिक समय तक पकाने से सब्जियों से पोषक तत्व कम होने लगते हैं जिससे इनका सेवन नुकसानदायक हो सकता है।
खाने को दुबारा गर्म करना
कई लोगों की आदत होती है कि वे बचा हुआ खाना बार-बार गर्म करके खाते हैं। लेकिन अगर आप खाने को गर्म करते हैं, तो इससे इसमें मौजूद पोषक तत्व खत्म होने लगते हैं। खाने को बार-बार गर्म करने से पोषक तत्व टॉक्सिन में बदलने लगते हैं, खासकर विटामिन-सी खाद्य पदार्थ। इन चीजों से सेवन से पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं जो सेहत को नुकसान कर सकती हैं।