ढिल्लों ब्रदर्स सुसाइड केस में बर्खास्त इंस्पेक्टर नवदीप सिंह के पिता का आज निधन हो गया। पिता के निधन के बाद नवदीप सिंह ने पंजाब के लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस की तरफ से की जा रही कार्रवाई के कारण उनके पिता डिप्रेशन में थे जिसके चलते उनके पिता का निधन हुआ है।
केस दर्ज करने वालों पुलिस अधिकारियों के खिलाफ हो कार्रवाई
नवदीप सिंह ने आगे कहा कि वह अपने पिता का अंतिम संस्कार तभी करेंगे जब उन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जिन्होंने बिना जांच के झूठा केस दर्ज किया है। क्योंकि झूठे केस के कारण ही उनके पिता डिप्रेशन में थे।
पुलिस अधिकारियों को ठहराया पिता की मौत का जिम्मेदार
नवदीप सिंह ने अपने पिता की मौत का जिम्मेदार उन सभी पुलिस अधिकारियों को ठहराया है जिन्होंने उन पर बिना जांच किए कार्रवाई की है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी 23 साल की पुलिस की नौकरी के दौरान उन्होंने कई आपराधिक तत्वों पर कार्रवाई की और सम्मान में कई मेडल हासिल किए हैं।
लेकिन ढिल्लों ब्रदर्स मामले में कुछ पुलिस अधिकारियों ने रंजिश के चलते बिना जांच किए उन पर मामला दर्ज कर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि मामले में दर्ज दो कर्मियों को सस्पेंड किया गया जबकि सिर्फ उन्हें बर्खास्त कर दिया गया।
शिकायत के बावजूद नहीं मिल रहा इंसाफ
नवदीप सिंह ने बताया कि ढिल्लों ब्रदर्स मामले में बिना जांच किए तलवंडी चौधरी के तत्कालीन SHO जसपाल सिंह और जांच अधिकारी ने बिना जांच किए मामले दर्ज किए। पुलिस प्रशासन ने ढिल्लों ब्रदर्स के परिजनों के दबाव में आकर उन्हें बर्खास्त कर दिया, जो सरासर गलत है। इंसाफ लेने के लिए कई बार DGP पंजाब तथा अन्य पुलिस अधिकारियों को लिखित शिकायत दे चुके हैं। लेकिन 8 महीने बीत जाने के बाद भी उन्हें कोई इंसाफ नहीं मिला है।
SSP ऑफिस के बाहर करेंगे प्रदर्शन
बर्खास्त इंस्पेक्टर नवदीप सिंह ने यह भी कहा कि मंगलवार बाद दोपहर वह और उनके परिजन SSP ऑफिस के बाहर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करेंगे। और जब तक उनके मामले से संबंधित पुलिस अधिकारियों पर कार्यवाही नहीं होती, तब तक वह अपने पिता का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
अगस्त महीने में ढिल्लों ब्रदर्स ने किया था सुसाइड
आपको बता दें कि पिछले साल अगस्त के महीने में मानवजीत और जश्नबीर ढिल्लों ने नदी में छलांग लगाकर सुसाइड किया था। दोनों भाईयों के सुसाइड के बाद परिजनों ने इंस्पेक्टर नवदीप सिंह, ASI बलविंदर सिंह और महिला कांस्टेबल जगजीत कौर पर मामला दर्ज कर लिया था। वहीं इंस्पेक्टर नवदीप सिंह पर कार्रवाई करते हुए उन्हें बर्खास्त भी किया था।