जालंधर लोकसभा सीट पर 9 साल तक राज करने वाला चौधरी परिवार आज भाजपा का हो गया। स्व. संतोख सिंह चौधरी की पत्नी कर्मजीत चौधरी और हिमाचल से सह प्रभारी तजिंदर सिंह बिट्टू ने आज भाजपा ज्वाइन कर ली। जिससे कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है। इसी पर जालंधर से कांग्रेस उम्मीदवार चरणजीत सिंह चन्नी भड़क उठे।
चौधरी परिवार ने अपना राजनीति करियर खत्म किया
चन्नी ने कहा कि चौधरी परिवार को सब्र रखना चाहिए था। कांग्रेस ने चौधरी परिवार को बहुत कुछ दिया है। चौधरी परिवार ने अपना राजनीतिक करियर खत्म कर लिया है। उन्होंने कहा कि करमजीत चौधरी की उम्र 80 साल के करीब हो गई है, उन्हें अब आराम करना चाहिए। विक्रमजीत तो कांग्रेस से विधायक थे ही।
विक्रम को बताया दुर्योधन
चन्नी ने दुर्योधन का उदाहरण देते हुए कहा कि जिस तरह महाभारत करवा कर परिवार का नाश कर लिया था उसी तरह विक्रमजीत और उनकी माता करमजीत कौर चौधरी ने कांग्रेस छोड़ कर अपना राजनीतिक करियर खत्म कर लिया है।
कांग्रेस को कोई फर्क नहीं पड़ेगा
चन्नी ने कहा कि चौधरी परिवार बहुत ही लंबे समय से कांग्रेस पार्टी में काम कर रहा था, इनके बुजुर्गों ने कांग्रेस पार्टी में बहुत काम किया है। इससे उनके पार्टी को छोड़ने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। लेकिन इन्होंने अपने परिवार का बहुत बड़ा नुकसान कर लिया है। उन्होंने कहा कि चौधरी जगजीत सिंह मेरे मेंटर रहे है जिनका मैं हाथ पकड़कर आगे बढ़ा था।
चन्नी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान संतोख सिंह चौधरी की हार्ट अटैक से मौत हुई थी। लेकिन उनकी आत्मा कांग्रेस पार्टी के साथ अभी भी जिंदा थी। उनके परिवार ने यह कदम उठा कर उन्हें मार दिया है। जो लोग कांग्रेस छोड़कर जा रहे हैं वह या तो डर या फिर लालच की वजह से जा रहे हैं और ऐसे नेताओं को लोगों ने बिल्कुल भी मुंह नहीं लगाना चाहिए।
करमजीत ने पार्टी छोड़ने की बताई वजह
करमजीत चौधरी ने कहा कि यह कोई रणनीति नहीं है। ये फैसला मैंने खुद से लिया है। मैं अपने स्व. पति के अधूरे सपनों को पूरा करनी चाहती हूं। बीजेपी के विजन को देखते हुए जालंधरवासियों के लिए मैं कुछ करुं। चन्नी को लेकर कहा कि ये कोई सांप सीढ़ी का खेल नहीं है।
चन्नी को टिकट देने से नाराज
बता दें कि जालंधर सीट पर कांग्रेस ने इस बार चौधरी परिवार की बजाय चरणजीत सिंह चन्नी को को मैदान में उतारा है। जिस वजह से चौधरी परिवार नाराज चल रहा था।
विक्रमजीत चौधरी ने भी छोड़ी कांग्रेस
वहीं फिल्लौर से कांग्रेस विधायक विक्रमजीत सिंह चौधरी ने पार्टी के मुख्य सचेतक पद से इस्तीफा दे दिया हुआ है। दरअसल विक्रमजीत पार्टी से जालंधर लोकसभा की सीटों को लेकर नाराज हैं।
विक्रमजीत चौधरी पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के जालंधर लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाए जाने के विचार पर अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके थे। जालंधर की सीट आरक्षित है। जिसके बाद चन्नी को कांग्रेस पार्टी ने उम्मीदवार घोषित कर दिया।