देश में लोकसभा चुनाव खत्म हो चुके है। वहीं इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों(EVM) का विवाद खत्म नहीं हो रहा है। वहीं उत्तर प्रदेश के रायबरेली से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने ईवीएम को लेकर एक बार फिर से सवाल खड़े किए है। जो मुद्दा चुनाव के नतीजे आने के बाद एक दम से गायब हो गया था, वह अचानक फिर से खड़ा हो गया है। टेस्ला और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के CEO एलन मस्क भी कह चुके है कि EVM को खत्म कर देना चाहिए। इसे इंसानों या AI द्वारा हैक किए जाने का खतरा है।
EVM ब्लैक बॉक्स की तरह
राहुल गांधी ने रविवार को कहा भारत में EVM ब्लैक बॉक्स की तरह है। किसी को भी इसकी जांच की अनुमति नहीं है। राहुल गांधी ने अपनी पोस्ट में मुंबई की घटना का जिक्र किया है। इस मामले में मुंबई पुलिस ने ईवीएम को लेकर शिवसेना शिंदे गुट के सांसद रविन्द्र वायकर के साले मंगेश पांडिलकर के खिलाफ केस दर्ज किया है। मंगेश पांडिलकर पर आरोप है कि उसने मुंबई के गोरेगांव चुनाव सेंटर के अंदर पाबंदी होने के बावजूद मोबाइल का इस्तेमाल किया था।
राहुल ने एलन मस्क का पोस्ट किया रिपोस्ट
राहुल गांधी ने एलॉन मस्क की एक्स पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए एक अखबार का हवाला देकर कहा, भारत में ईवीएम एक ब्लैक बॉक्स है, और किसी को भी उनकी जांच करने की अनुमति नहीं है। हमारी चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर गंभीर चिंताएं जताई जा रही हैं। जब संस्थाओं में जवाबदेही की कमी होती है, तो लोकतंत्र एक दिखावा बन जाता है और धोखाधड़ी की संभावना बढ़ जाती है।
48 वोटों से जीत की थी दर्ज
आपको बता दें कि मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) के उम्मीदवार रविंद्र वायकर ने सिर्फ 48 वोटों से जीत दर्ज की थी। जिसको लेकर काफी विवाद भी हुआ था। 2024 के लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में जीत का ये सबसे छोटा मार्जिन है।
इसके अलावा पुलिस ने पांडिलकर को मोबाइल देने के आरोप में चुनाव आयोग के एक कर्मचारी के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है। इस मामले में पुलिस को नॉर्थ पश्चिम सीट से लड़ने वाले कई उम्मीदवारों व चुनावी आयोग की तरफ से शिकायतें मिली थी,जिसके आधार पर यह मामला दर्ज किया गया है।
AI से हैक किया जा सकता है- मस्क
टेस्ला के CEO मस्क ने 15 जून को लिखा EVM को खत्म कर देना चाहिए। इसे इंसानों या AI द्वारा हैक किए जाने का खतरा है। हालांकि ये खतरा कम है, फिर भी बहुत ज्यादा है। अमेरिका में इससे वोटिंग नहीं करवानी चाहिए। मस्क ने यह बात अमेरिका के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर की एक पोस्ट को रीपोस्ट करके कही। कैनेडी जूनियर ने प्यूर्टो रिको के चुनावों में EVM से जुड़ी अनियमितताओं के बारे में बताया था। अमेरिका में नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव होंगे।
सुप्रीम कोर्ट में हो चुकी सुनवाई
इसी साल अप्रैल में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) के वोटों और वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (VVPAT) पर्चियों की 100% क्रॉस-चेकिंग की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी। हालांकि सुप्रीम कोर्ट में इस मांग से जुड़ी याचिकाएं खारिज कर दी थीं। इसके अलावा कई पॉलिटिकल पार्टियों से जुडे़ लोग EVM पर सवाल उठाते रहे हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव EVM से न कराने की दी सलाह
दरअसल, मस्क ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों यानी EVM से नहीं कराने की सलाह दी है। उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखी अपनी पोस्ट में कहा इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को खत्म कर देना चाहिए। इसे इंसानों या एआई द्वारा हैक किए जाने का खतरा है, हालांकि ये खतरा कम है, फिर भी बहुत ज्यादा है।